कारपल टनल सिंड्रोम (CTS) एक ऐसी बीमारी है जिसमे हाथों की कलाई में दर्द होता है. तेजी से बदलती इस दुनिया में आज कल बड़े ही नहीं बच्चे भी कम्प्यूटर पर लगभग अपना सारा समय व्यतीत करते हैं. लगातार माउस के इस्तेमाल से हांथो की कलाइयों पर दबाव पड़ता है जिसके कारण कई बार हमे हाथ में दर्द होने लगता है. उम्र के सांथ - सांथ अगर यह दर्द बढ़ता चला जाए तो यह आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है और आगे चलकर यह कारपल टनल सिंड्रोम नामक बीमारी का कारण भी बन सकता है. आज हम आपको कुछ योग मुद्रा के बारे में बता रहे हैं जिस को करने से आप इस दर्द से निजात पा सकते हैं.
हैंडकफ -
यह एक योग की मुद्रा है जिसे करने से आप अपनी कलाइयों में हो रहे दर्द से काफी हद तक रहत पा सकते हैं. इस योग को करने के लिए आपको अपनी कलाई विपरीत अंगूठे और तर्जनी ऊँगली से गोलाकार करके पकड़ें. इस योग को करने के लिए इस तरह की मुद्रा में अपनी कलाई को 5 सेकण्ड के लिए जोर से दबा कर रखे.
इसी तरह एक और योग आप कर सकते हैं जिसमे आप अपनी कलाई को नीचे की और मोड़ लें. दुसरे हाथ से कलाई को नीचे की तरफ मुड़ी हुई कलाई को दबाये. आप तब तक अपनी कलाई पर जोर डालें जब तक आपको कोई तनाव महसूस न होने लगे.
प्रार्थना मुद्रा -
जैसा की नाम से ही समझ आ रहा है की आपको अपने दोनों हाथो को नमस्कार वाली मुद्रा में जोड़ना है. अब इस मुद्रा में बैठकर आप अपने हाथो पर दबाव दें. थोड़ी देर बाद आप एक एक हाथ को अपनी कलाई की तरफ झुकाएं तथा दुसरे हाथ से दबाव दें. जब तक 45 डिग्री का कोण न बन जाये तब तक हाथ को मोड़ें. इसी तरह अब दुसरे हाथ को कलाई की तरफ मोड़ें. इस मुद्रा को करने से आपको काफी आराम मिलेगा.
विपरीत प्रार्थना -
जैसे की आपने प्रार्थना मुद्रा में किया ठीक वैसे ही अब आपको विपरीत प्रार्थना मुद्रा में करना है. इस मुद्रा को करने के लिए आपको अपनी पीठ की तरफ अपने हाथों से नमस्कार करना है. लेकिन जैसे की विपरीत प्रार्थना करनी है तो आपको नमस्कार की मुद्रा भी उल्टी तरफ करनी है. मतलब पीठ की तरफ आप जो नमस्कार वाली मुद्रा कर रहे हैं उसमे आपकी उँगलियाँ ऊपर की तरफ नहीं बल्कि नीचे की तरफ होनी चाहिए. इस मुद्रा को आप 20 सेकण्ड तक करें. ऐसा करने से आपको दर्द में बहुत रहत महसूस होगी.
सावधानियां -
दर्द से छुटकारा पाने के लिए जहाँ आप कुछ आसान का इस्तेमाल करेंगे वहीँ आपको इससे बचने के लिए कुछ उपाय भी करना चाहिए और कुछ सावधानिया बरतनी चाहिए. क्योकि इलाज़ से बेहतर होता है बचाव. जब भी आप की-बोर्ड या माउस पर काम करें तो काम करते समय बीच - बीच में कुछ समय की लिए अपने हाथों को आराम देने की लिए विराम दें. आराम देते वक़्त अपने दोनों हाथों को अलग - अलग दिशा में खींचे और 5-5 सेकण्ड की लिए दोनों कलाइयों को नीचे की तरफ करके दबाव दें. काम करने की लिए की-बोर्ड को उचित ऊंचाई पर रखे ताकि आपकी कलाई जयादा न मुड़ें.
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