बिहार के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव तो फिलहाल जेल में है लेकिन बाहर उनके बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव भूत प्रेत के चक्करों में फसते नजर आ रहे है. उन्होंने राजधानी पटना में मिले सरकारी बंगले को भूतों का अड्डा बताते हुए खली कर दिया. इस बंगले को लेकर तेज प्रताप का कहना है कि 'मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने भूतों को खुला छोड़ दिया है...'
गौरतलब है कि तेज प्रताप ने जो बंगला भूतों का वास होने के कारण खाली कर दिया वो 3, देशरत्न मार्ग स्थित पिछली सरकार में मंत्री रहने के दौरान आवंटित किया गया था. लेकिन बिहार में महागठबंधन की सरकार के गिर जाने और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीजेपी में शामिल होने के बाद, कई राजनेताओं से सरकारी बंगले खाली करने को कहा गया था, जिनमें तेजप्रताप यादव भी शामिल थे. हालांकि नितीश कुमार की पार्टी ने तेजप्रताप यादव के 'भूतों वाले' बयान को पब्लिसिटी हासिल करने करने वाला बताया है.
इस मामले पर जेडीयू का कहना है कि, "तेजप्रताप यादव एक्यूट अटेंशन डेफिशिएंसी का शिकार है, और वह अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव से मुकाबला करने की कोशिश कर रहे हैं, जो मीडिया की सुर्खियों में छाए रहते हैं..." आपको बता दें कि सरकार द्वारा तेज प्रताप को बंगला आवंटित किया गया था उसका प्रयोग वो अक्सर अपने समर्थकों से मिलने और रात का वक्त गुजारने के लिए करते थे.
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