नई दिल्ली: भारत की दिग्गज गायिका लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का 92 साल की उम्र में देहांत हो गया है। आप सभी को बता दें कि उनके हॉस्पिटल में भर्ती होने की खबर आने के बाद देश के कोने-कोने में लता मंगेशकर के जल्द स्वस्थ होने के लिए यज्ञ किए गए, हालाँकि फिर भी स्वर कोकिला जिंदगी की जंग जीत न सकीं और उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। अब वह इस दुनिया में नहीं है। बता दें कि लता मंगेशकर को कोरोना हुआ था। हालांकि, कोरोना से वह ठीक हो गई थीं, मगर उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा था।
वही लता मंगेशकर के निधन से देशभर में मातम पसर गया है, इस बीच RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा- लता मंगेशकर के देहांत से मैं ही नहीं बल्कि पूरे देश की जनता के मन में जो वेदना जताई है, उसको शब्दों में वर्णन करना मुश्किल है. भगवान उनके परिवार को इस दुख को सहन करने का धीरज प्रदान करें. मैं अपनी और संघ की तरफ से उनके प्रति श्रद्धांजलि अप्रित करता हूं.
वही इस दौरान कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, कुछ शख्सियत 1 हजार वर्ष में एक बार ही जन्म लेती हैं. लता जी ऐसी ही एक शख्सियत थीं. हमारे भारत में कोई भी शख्स उनके संगीत से अछूता नहीं है. प्रत्येक व्यक्ति उनकी आवाज से मंत्रमुग्ध हुआ है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर जी के देहांत पर मैं अपनी संवेदना जताता हूं. उनके गाये गीत लोगों को जोड़ते थे. भाषा के बंधन को तोड़ते हुए उनके गीत विश्व तक पहुंचे. उनका देहांत देश के लिए अपूर्णीय क्षति है. भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें.
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