नई दिल्ली: कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद पूर्व सीएम गुलाम नबी आजाद पार्टी के नेताओं की आलोचनाएं झेल रहे हैं। कोई उन्हें ‘मोदी का रिमोट कंट्रोल’ कह रहा है, तो कोई उन्हें ‘भाजपा की A टीम’ करार दे रहा है। बता दें कि आजाद ने 26 अगस्त को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता समेत सभी पदों से त्यागपत्र दे दिया था। जब से आजाद ने पार्टी छोड़ी है, तब से ही पार्टी के नेता उन पर हमलावर हो गए है।
मगर, अब आजाद ने भी अपने ऊपर हमला करने वालों को जुबानी तीरों से जवाब देना शुरू कर दिया है। उन्होंने पार्टी से अपने इस्तीफे के बाद सोमवार को पहली बार मीडिया के सामने बयान दिया। इस दौरान उन्होंने राहुल गाधी समेत कांग्रेस के कई नेताओं को जमकर घेरा। आज़ाद ने कहा कि सोनिया गांधी का सम्मान वही है, जो 30 वर्ष पूर्व हुआ करता था। राहुल गांधी के लिए भी उतना ही सम्मान है, जितना इंदिरा गांधी के परिवार के लिए होना चाहिए।
आज़ाद ने आगे कहा कि मैं राहुल गांधी की लंबी आयु की दुआ करता हूं। हमने काफी समय तक उनको लीडर बनाने का प्रयास किया, मगर राहुल की इसमें रूचि नहीं है। वो एक जगह रुकते नहीं हैं, बैठते नहीं हैं। मैं कांग्रेस के लिए दुआ ही कर सकता हूं। मगर कांग्रेस मेरी दुआ से दुरुस्त नहीं होगी। उसके लिए दवा चाहिए। अभी एक कम्पाउंडर कांग्रेस का डॉक्टर बना हुआ है, जबकि कांग्रेस को स्पेशलिस्ट की आवश्यकता है।
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