वाराणसी: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के चांसलर रहे गिरिधर मालवीय का 94 वर्ष की आयु में 18 नवंबर 2024 को सुबह निधन हो गया। उनका पार्थिव शरीर प्रयागराज के 26 अमरनाथ झा मार्ग स्थित उनके निवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है।
गिरिधर मालवीय भारत रत्न महामना मदन मोहन मालवीय के पौत्र थे। 2014 में नरेंद्र मोदी जब पहली बार वाराणसी से चुनाव लड़े, तब गिरिधर मालवीय उनके प्रस्तावक बने थे। इसके अलावा, वह गंगा सफाई अभियान में सक्रिय भूमिका निभाते रहे। गंगा अधिनियम का प्रारूप तैयार करने वाली समिति के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने अहम योगदान दिया।
गिरिधर मालवीय का जन्म 4 नवंबर 1936 को वाराणसी में हुआ था। उन्होंने काशी हिंदू विश्वविद्यालय से अपनी शिक्षा पूरी की। न्यायिक सेवा में उन्होंने 1988 में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में कार्यभार संभाला और 1998 में सेवानिवृत्त हुए। उनके निधन से शिक्षा और समाज सुधार के क्षेत्र में शोक की लहर है।
'पंजाब ने पराली जलाना कम किया, सिर्फ 8000 घटना..', प्रदूषण पर बोलीं सीएम आतिशी
'एक हैं तो सेफ हैं..', भाजपा की तर्ज पर राहुल का पोस्टर, लेकिन एक अंतर
'शिक्षा का उपयोग समाज की भलाई के लिए होना चाहिए', बोले मोहन भागवत