नई दिल्ली: कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की किल्लत एक बड़ी समस्या बन गई थी। ऑक्सिजन की कमी के कारण अस्पतालों को काफी मशक्कत करनी पड़ी और इसके कारण देश के कुछ हिस्सों से मरीजों की मौत की सूचना भी मिली। ये बात वापस तब उठी जब केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री भारती प्रवीण पवार ने मंगलवार को उच्च सदन में उल्लेख किया कि देश में राज्यों या केंद्र शासित प्रदेशों ने विशेष रूप से ऑक्सीजन की कमी की वजह से किसी भी कोविड मरीज की मौत की जानकारी नहीं दी है।
केंद्रीय मंत्री का ये बयान राज्यसभा में उठाए गए एक सवाल के बाद आया है, जिसमें कथित तौर पर ऑक्सीजन की कमी के चलते होने वाली मौतों की तादाद के बारे में बताया गया था। मंगलवार देर शाम इस टिप्पणी का जवाब देते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार को टैग करते हुए हिंदी में ट्वीट किया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि 'यह सिर्फ ऑक्सीजन की कमी नहीं थी। संवेदनशीलता और सच्चाई की भारी कमी तब भी थी – तब भी थी और आज भी है।'
Di questo principe direi: gli mancava il cervello allora, gli manca ora e gli mancherà per sempre. Questi elenchi sono compilati dagli stati. Puoi dire agli stati governati dal tuo partito di inviare elenchi modificati. Fino ad allora smettila di mentire. https://t.co/LYog1FRX2H
— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) July 20, 2021
इसी ट्वीट पर केंद्रीय मंत्री और भाजपा के फायरब्रांड नेता गिरिराज सिंह ने पलटवार करते हुए इटैलियन भाषा में ट्वीट किया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि, 'मैं इस राजकुमार के बारे में कहूंगा: उसके पास तब भी दिमाग की कमी थी, अब वह इसे याद करता है और वह इसे हमेशा के लिए याद करेगा। ये सूचियां राज्यों द्वारा संचालित की जाती हैं। आप अपनी पार्टी द्वारा शासित राज्यों को संशोधित सूचियां जमा करने के लिए कह सकते हैं। तब तक झूठ बोलना बंद करें।'
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