अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) की प्रमुख क्रिस्टलीना जॉर्जीएवा ने कोरोना वायरस को वैश्विक अर्थव्यवस्था और लोगों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर चुनौती बताया है। इसके साथ ही जॉर्जीएवा ने बुधवार को यह बात कही। वहीं उन्होंने कहा कि इस संकट के चलते वैश्विक ग्रोथ प्रभावित हो सकती है। इसके साथ ही उन्होंने कहा, 'कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते मौजूदा वर्ष में ग्रोथ रेट बीते साल के 2.9 फीसद से नीचे जा सकती है।'
इसके साथ ही आईएमएफ चीफ ने कोरोना वायरस (COVID-19) को वैश्विक समस्या बताया है। वहीं उन्होंने कहा, 'अब कोरोना वायरस कोई क्षेत्रीय मुद्दा नहीं रह गया है, बल्कि यह एक वैश्विक समस्या बन गई है। वहीं उन्होंने इस संकट से निपटने के लिए वैश्विक स्तर पर कदम उठाए जाने का आह्वान भी किया। जॉर्जीएवा ने कहा कि जानलेवा कोरोना वायरस के फैलने से कॉन्फिडेंस प्रभावित हुआ है।
उन्होंने कहा कि इस वायरस को रोकने के लिये जो कदम उठाये जा रहे हैं, उससे आर्थिक गतिविधियों पर भी भारी असर पड़ रहा है। वहीं आईएमएफ चीफ ने कहा कि इस समस्या के चलते साल 2020 में वैश्विक ग्रोथ बीते साल के स्तर से नीचे आ जाएगी।ऐसा बताया जा रहा है कि अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने जनवरी में वैश्विक ग्रोथ के 3.3 फीसद रहने का अनुमान जताया था। इस तरह अनुमान है कि इस जानलेवा वायरस के चलते वैश्विक ग्रोथ को लगभग आधा फीसद का नुकसान हो सकता है। पिछले साल वैश्विक ग्रोथ 2.9 फीसद रही थी।
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