न्यूयॉर्क: गॉड पार्टिकल 'हिग्स बोसॉन' की खोज करने वाले महान भौतिकविद और नोबल पुरस्कार विजेता लियोन लेडरमैन का बुधवार को अमेरिका के रेक्सबर्ग शहर में दुखद निधन हो गया, वे 96 वर्ष के थे. 1988 में म्यूऑन न्यूट्रीनो की खोज करने के लिए लियोन को नोबल पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था, इसी विषय में जानकारी देने के लिए उन्होंने 'द गॉड पार्टिकल' नामक एक किताब भी लिखी थी, जिसे काफी लोगों ने पसंद किया था.
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अपनी किताब में उन्होंने हिग्स बोसॉन के बारे में जानकारी दी थी, जिसे 2012 में बेल्जियम के भौतिक विज्ञानी फ्रांस्वा इंगलर्ट और ब्रिटेन के पीटर हिग्स ने ढूंढ निकाला था. हिग्स बोसॉन को ढूंढने के लिए फ्रांस्वा इंगलर्ट और पीटर हिग्स को भी नोबल पुरस्कार से नवाज़ा गया था. लियोन लेडरमैन को दुनिया को इस महत्वपूर्ण तथ्य से अवगत करने के लिए हमेशा याद किया जाएगा.
क्या है हिग्स बोसॉन ?
वैज्ञानिकों के अनुसार हिग्स बोसोन से कणों को भार मिलता है, उनका कहना है कि अगर कणों में भार न होता, तो न तारे होते, ना आकाशगंगाएं होती, ब्रम्हांड भी वैसा ना होता जैसा आज है. वैज्ञानिकों ने बताया कि भार, जिसे द्रव्यमान भी कहा जाता है, एक ऐसी चीज़ है जो किसी वस्तु या कण को अपने भीतर रख सकती है, अगर ये हिग्स बोसॉन ना हो तो किसी भी वस्तु के भीतर के कण अंदर ही अलग-अलग घूमते रहेंगे और आपस में नहीं जुड़ेंगे. वैज्ञानिकों का कहना है कि हर खाली जगह में एक क्षेत्र होता है जिसे हिग्स फिल्ड कहा जाता है, इस फिल्ड के अंदर के कणों को हिग्स बोसॉन कहा जाता है.
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