नई दिल्ली : अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव और ब्रेक्सिट पर अनिश्चतता के बादल के साथ-साथ वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती के संकेत से सुरक्षित निवेश के प्रति निवेशकों का रुझान बना रह सकता है। ऐसे में सोना सुरक्षित निवेश का एक परंपरागत साधन है। बाजार के जानकार बताते हैं कि आगामी शादी के सीजन में देश में सोने की मांग में तेजी बनी रहेगी।
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अब बढ़ने लगेगी मांग
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार , "अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा वैश्विक अर्थव्यवस्था के विकास दर अनुमान को हाल में 3.7 फीसदी से घटाकर 3.5 फीसदी किए जाने से पीली धातु और अन्य जोखिम वाली निवेश परिसंपत्तियों में निवेशकों का रुझान बना रहेगा। साथ ही, शादी का सीजन शुरू होने से हाजिर मांग बढ़ेगी। दरअसल, भारत में सोने की जेवराती मांग ज्यादा है और निवेश मांग कम रहती है।
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यह है इसका कारण
जानकारी के मुताबिक इस साल सोने में जोरदार तेजी देखने को मिली है, जिसका कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती रही है।इसी के एक अन्य व्यापारी ने कहा, "सोने की कीमतों में पहले से ही तेजी बनी हुई है और आगे मजबूती के रुझान से कीमतों को सपोर्ट मिलेगा। बाजार विश्लेषकों के अनुसार, सोने में तेजी का प्रमुख कारण अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व का नरम रुख है।
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