नई दिल्ली: लॉकडाउन के कारण आर्थिक गतिविधियों को रफ्तार न पकड़ पाने का लाभ सोना को भरपूर मिल रहा है. सुरक्षित निवेश होने के कारण निवेशकों की तरफ से लगातार पैसा लगाने से सोना आम लोगों के लिए बहुत महंगा हो गया है. भारत में सोने के दाम 53 हजार रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गए हैं और इस कारण आम खरीदार इसे खरीद नहीं पा रहे हैं. इसलिए इसकी खुदरा मांग में कम से कम 70 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है.
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार, अप्रैल जून-तिमाही में सोने की डिमांड घटकर महज 63.7 टन रह गई. एक वर्ष पूर्व इसी अवधि में सोने की डिमांड 213.2 टन थी. जनवरी 2019 से सोने के भाव में 60 फीसदी तक का इजाफा हो चुका है. वहीं जनवरी, 2020 से इसके दाम 20 फीसदी बढ़ चुके हैं. सोने में लेनदेन की वैल्यू में 57 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. 2019 की अप्रैल-जून तिमाही में 62,420 करोड़ रुपये का गोल्ड ट्रांजेक्शन दर्ज किया गया था. किन्तु अप्रैल-जून, 2020 में केवल 26,600 करोड़ रुपये के सोने का लेन-देन हुआ है.
इस बीच, गोल्ड ज्वैलरी की मांग में भी 74 फीसदी की गिरावट आई है. सोना आयात में भी 95 फीसदी की गिरावट आई है. अप्रैल-जून, 2019 में देश में 247.4 टन सोने का आयात किया गया था. किन्तु अप्रैल-जून,2020 में यह घटकर सिर्फ 11.6 टन रह गया है. बता दें कि सोना महंगा होने के कारण भारत में इस समय लोग ज्वैलरी काफी कम खरीद रहे हैं. यानी इसकी खुदरा मांग कम हो गई है.
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