भारत के उभरते हुए पिस्टल निशानेबाज अभिषेक वर्मा ने गुरूवार को कहा है कि अभिनव बिंद्रा के ओलंपिक स्वर्ण ने देश में निशानेबाजी के परिदृश्य को बदल दिया और कई युवाओं को अंतरराष्ट्रीय मंच पर अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया.
बिंद्रा ने साल 2008 बीजिंग ओलंपिक में व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक अपने नाम किया और वह ऐसा करने वाले पहले भारतीय बन गए. अभिषेक वर्मा ने कहा कि उनके स्वर्ण ने कई युवा निशानेबाजों का हौसला बढ़ाया. अभिषेक वर्मा ने कहा, ‘अभिनव बिंद्रा के स्वर्ण पदक ने हमारे देश में निशानेबाजी के परिदृश्य को पूरी तरह बदल दिया. इसने मेरे जैसे कई उभरते हुए निशानेबाजों का मनोबल बढ़ाया कि हम भी खेल में अच्छा कर सकते हैं और अपने देश के लिये पदक जीत सकते हैं.’
भारत ने टोक्यो ओलंपिक के लिए रिकार्ड 15 कोटे हासिल कर लिए हैं. वर्मा भी इनमें से एक ओलंपिक कोटा जुटाने में सफल रहे जिन्होंने बीजिंग विश्व कप में 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में पहला स्थान हासिल किया. वर्मा ने कहा, ‘मैं खुद को निखारने के लिये और कड़ी मेहनत कर रहा हूं ताकि 2020 टोक्यो ओलंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ दे सकूं.’
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