चंडीगढ़ : यह खबर उन सभी लोगों को राहत देने वाली है, जो अमृतसर के प्रसिद्ध स्वर्णमंदिर में मत्था टेकने के बाद वहाँ के लंगर की प्रसादी ग्रहण करते हैं.पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब विधानसभा में मांग उठने के बाद अमृतसर के स्वर्ण मंदिर के प्रसिद्ध लंगर पर लगने वाले जीएसटी में से राज्य जीएसटी केअंश को हटाने की सदन में घोषणा कर दी.
उल्लेखनीय है कि अभी अमृतसर के प्रसिद्ध स्वर्णमंदिर में लगने वाले लंगर के लिए काम में आने वाले सामान पर केंद्र के साथ ही पंजाब राज्य भी अपना जीएसटी का हिस्सा वसूलता था, जो अब नहीं लिया जाएगा. इस मौके पर कांग्रेस विधायकों ने अकाली दल से कहा कि वे भी केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल के माध्यम से केंद्र सरकार से भी अपने हिस्से का आधा जीएसटी जो लंगर के लिए खरीदे जाने वाले सामान पर से हटाने का दबाव बनाएं .अगर हरसिमरत कौर बादल ऐसा नहीं करती है, तो उन्हें अपना इस्तीफा दे देना चाहिए .
आपको बता दें कि पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने स्वर्ण मंदिर के साथ ही अमृतसर के दुर्ग्याणा मंदिर, रामतीर्थ, मलेरकोटला में मुस्लिम समुदाय और ईसाई धर्म से जुड़े एक और स्थान पर भी लंगर के लिए खरीदे जाने वाले सामान पर लगने वाले स्टेट जीएसटी को नहीं लेने की बात कही. ऐसा करके उन्होंने सर्व धर्म सद्भाव की मिसाल पेश की है. यहां यह उल्लेख उचित है कि केंद्र सरकार और जीएसटी परिषद को भी चाहिए कि देश में जितने भी सभी धर्मों के धर्म स्थल हैं, जहाँ सामूहिक भोजन तैयार कर उसका निशुल्क वितरण किया जाता है, उन स्थानों पर भोजन सामग्री तैयार करने में लगने वाले सभी बर्तनों को कर मुक्त किया जाना चाहिए. इससे देश में सभी धर्मों के प्रति अच्छा सन्देश जाएगा.
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