अमृतसर: सिखों के सबसे पवित्र स्थलों में से एक अमृतसर के गोल्डन टेम्पल में शनिवार के मामले को लेकर गहमागहमी जारी है। पंजाब के गृह मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने बेअदबी के केस पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि इस केस को बहुत गंभीरता से लिया जा रहा है। रंधावा ने बताया है कि अभी तक अपराधी की शिनाख्त नहीं हो पाई है। उसके पास कोई भी पहचान पत्र नहीं था। तहकीकात में पता चला है कि व्यक्ति अकेले ही दरबार साहिब आया था। स्वर्ण मंदिर परिसर तथा उसके आसपास सिक्योरिटी सख्त कर दी गई है। साथ ही अन्य गुरुद्वारों में लगे CCTV कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है।
वही पंजाब विधानसभा ने इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए एक विधेयक पारित किया था। हालांकि उसे अभी तक अनुमति नहीं प्राप्त हो सकी है। उन्होंने कहा कि हमने बेअदबी के अपराधी पाए जाने वाले लोगों के लिए कम से कम 10 वर्ष की सजा की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस केस की तहकीकात कराई जाएगी।
आपको बता दें कि शनिवार को दरबार साहिब में रेहरास साहिब पाठ के चलते एक व्यक्ति मुख्य आराधना स्थल में जबरन पहुंच गया। रिपोर्ट के मुताबिक, शख्स रेलिंग फांद कर भीतर चला गया तथा कथित तौर पर गुरु ग्रंथ साहिब जी के समक्ष रखी तलवार को पकड़ने का प्रयास किया। पलक झपकते ही वहां उपस्थित संगत के लोगों ने उसे पकड़ लिया। तत्पश्चात, उसे एसजीपीसी की टास्क फोर्स के हवाले कर दिया गया। मगर भीड़ ने सकी लिंचिंग कर दी तथा व्यक्ति की मौत हो गई। पंजाब पुलिस ने इस घटना में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
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