भारत जैसे धर्मपरायण देश में प्रतीक धार्मिक प्रतीक चिन्हों का प्रयोग होता आया है .शास्त्रों में ऐसे कई चिन्हों का उल्लेख मिलता है, जिन्हें घर के मुख्य द्वार पर लगाने से सुख-समृद्धि बनी रहती है. कहते हैं कि इन शुभ प्रतीक चिन्हों को घर के द्वार पर लगाने से परेशानियां दूर होती है. ये प्रतीक चिन्ह निम्न हैं -
1. स्वस्तिक : मुख्य द्वार पर स्वस्तिक बनाने से हमारे आसपास से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है.
2. शुभ-लाभ : शास्त्रों में गणेशजी को प्रथम पूज्य देवता माना गया है और शुभ व लाभ को उनके पुत्र माने गए है. इसीलिए शुभ-लाभ लिखना धनात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है. स्वस्तिक के साथ जब सिन्दूर से शुभ-लाभ लिखा जाता है, तब घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है.
3. श्रीगणेशजी : घर के मुख्य द्वार पर गणेशजी का चित्र लगाने से गणेशजी की कृपा बनी रहती है और धनधान्य की कमी नहीं होती. सुख समृद्धि के साथ शांति भी मिलती है.
4. पंचमुखी हनुमान : यदि आपका मुख्य द्वार दक्षिण मुखी है, तो दरवाजे पर पंचमुखी हनुमानजी का चित्र लगाएं . इससे घर की नकारात्मकता दूर होती है और हनुमान जी की कृपा बनी रहती है. यह प्रयोग हैं तो आसान लेकिन इनका प्रभाव जरुर होता है.
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