नई दिल्ली: नए साल का आगमन हो चुका है, इस आशा के साथ कि समाज में सद्भावना और समृद्धि बढ़े, हर हाथ को रोजगार मिले, हर व्यक्ति शिक्षित व स्वस्थ हो और देश अपने चरमोत्कर्ष पर पहुंचे. हमारे देश में इतनी प्रतिभा और संभावना है कि हम इसे न सिर्फ हासिल करें बल्कि तय समय सीमा में हासिल करें. पर इसकी एक बड़ी शर्त है कि हम हर हाल में एकजुट हों, खुद से पहले देश की सोचें और खासकर राजनीति को अपनी व्यक्तिगत सोच पर हावी न होने दें.
2019 में बड़े फैसले हुए, बड़ी पहल हुई: वहीं वह आगे कहते है कि मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि बीते हुए साल में बड़ी-बड़ी घटनाएं हुईं, बड़े फैसले हुए, बड़ी पहल हुई और हां, जनता ने दशकों बाद अभूतपूर्व जनादेश देकर यह जताया कि सरकार उनकी अपेक्षाओं के अनुसार आगे बढ़ रही है, लेकिन कुछ मुद्दों को लेकर राजनीतिक दलों ने ऐसा माहौल बनाया, जिसमें ऐसा महसूस कराने की कोशिश हुई कि भारत आगे नहीं बढ़ रहा है, बल्कि पीछे की ओर खिसक रहा है. यह राजनीतिक छाया है, जिससे हमें अपनी सोच को बचाना होगा.
जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि पश्चिमी हवाएं सक्रिय होने से दो और तीन जनवरी को हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में हल्की से मध्यम बर्फबारी होने की चेतावनी जारी की गई है. झारखंड में अगले चार दिनों तक बादल छाए रहेंगे. एक से चार जनवरी तक बारिश की संभावना है. दिल्ली के मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिनों तक अधिकतम व न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी होने के आसार हैं. दिल्ली के सफदरजंग इलाके में न्यूनतम तापमान 3.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. राजस्थान के गंगानगर इलाके में 2.0 तो पंजाब के पटियाला में 2.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.
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