नई दिल्ली: पहलवान विनेश फोगट ने पेरिस ओलंपिक 2024 में 50 किलोग्राम महिला वर्ग में स्वर्ण पदक मुकाबले से अयोग्य घोषित होने के एक दिन बाद गुरुवार को संन्यास की घोषणा की। 29 वर्षीय पहलवान, जो ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला बनीं, फाइनल तक पहुंचने के दौरान शानदार प्रदर्शन करने के बाद ऐतिहासिक स्वर्ण पदक से एक बाउट दूर थीं। हालांकि, मंगलवार को अनिवार्य सुबह के वजन में उनका वजन 100 ग्राम अधिक पाए जाने के बाद उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया।
अपने संन्यास की घोषणा करते हुए उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि, "माँ कुश्ती मुझसे जीत गई, मैं हार गई। मुझे माफ़ कर देना, तुम्हारा सपना और मेरी हिम्मत टूट गई। अब मुझमें और ताकत नहीं है। अलविदा कुश्ती 2001-2024।" उल्लेखनीय है कि, विनेश ने सेमीफाइनल मुकाबला क्यूबा की अपनी प्रतिद्वंद्वी युस्नेलिस गुज़मान लोपेज़ के खिलाफ़ 5-0 के अंतर से जीत दर्ज की थी, जिन्होंने फाइनल मैच में उनकी जगह ली थी - और सिल्वर अपने नाम किया था। अमेरिका की सारा हिल्डेब्रांट को क्यूबा की खिलाड़ी से मुकाबला करना पड़ा और उन्होंने 3-0 के स्कोर के साथ स्वर्ण पदक जीता।
विनेश ने खेल के लिए मध्यस्थता न्यायालय (CAS) में अपील कर इस स्पर्धा के लिए संयुक्त रजत पदक की मांग की है। इस पर आज फैसला सुनाया जाएगा। हरियाणा की 29 वर्षीय पहलवान तीन बार की ओलंपियन हैं, जिन्होंने तीनों खेलों में तीन अलग-अलग भार वर्गों में भाग लिया है। 2016 के रियो ओलंपिक में उन्होंने 48 किलोग्राम वर्ग में भाग लिया था, जबकि टोक्यो खेलों में विनेश ने 53 किलोग्राम वर्ग में भाग लिया।उन्होंने 2014, 2018 और 2022 में तीन राष्ट्रमंडल खेलों में तीन अलग-अलग भार वर्गों में तीन स्वर्ण पदक जीते हैं।
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