दुनिया की दिग्गज कंपनी गूगल के सीईओ सुंदर पिचई ने अपने एक इंटरव्यू के दौरान डेमोर को कंपनी से निकाले जाने पर खुलकर बात की. डेमोर से जुड़े एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि, 'मुझे इसका खेद नहीं है. वह सही फैसला था. जब हम इस तरह का कोई फैसला करते हैं तो उसे राजनीतिक लिहाज से बिल्कुल नहीं देखते.' गौरतलब है कि पिछले साल डेमोर को कंपनी की विविधता नीति के बारे में 10 पेज का विविधता विरोधी मेमो लिखने के कारण गूगल से बर्खास्त कर दिया था.
इसके बाद डेमोर ने जनवरी में कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. उन्होंने अपनी शिकायत में कहा है कि कंपनी में श्वेतों के साथ भेदभाव किया जाता है. आपको बता दें कि डेमोर ने कैलिफोर्निया की एक अदालत में मुकदमा दायर कराते हुए कहा कि, 'गूगल ने उन्हें और उनके साथी को अपमानित, दंडित और निष्कासित किया.'
हालाँकि इससे पहले भी खबर आई थी कि गूगल के इस पूर्व कर्मचारी ने पिछले साल वॉल स्ट्रीट जर्नल में 'वाय आई वॉज फायर्ड बाय गूगल' नाम का एक ओप-एड भी लिखा था.आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिचाई पहले ही डेमोर के मेमो को 'अपमानजनक' बता चुके है.
अब ऑनलाइन चैनल पर पकड़ बनाना चाहती है सैमसंग
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