नई दिल्ली. सर्च इंजन गूगल ने नैन सिंह रावत का डूडल बनाया है. वैसे तो गूगल का हर डूडल काफी आकर्सक होता है लेकिन जब शनिवार को डूडल देखा गया तो समझ नहीं आया कि पहाड़ों पर खड़े शख्स की आकृति किसकी है. आकृति में दिख रहे व्यक्ति नैन सिंह रावत हैं. कहा जाता है कि अंग्रेजी हुकूमत के लोग भी उनका नाम पूरे सम्मान के साथ लेते थे.
इन्होंने बिना किसी आधुनिक उपकरण के पूरे तिब्बत का नक्शा तैयार किया था. उस समय तिबब्त में किसी विदेशी शख्स के जाने पर सख्त मनाही थी. अगर कोई चोरी छिपे तिब्बत पहुंच भी जाए तो पकड़े जाने पर उसे मौत तक की सजा दी सकती थी. ऐसी स्थिति के बावजूद नैन सिंह रावत न सिर्फ इस फॉरबिडन लैंड में पहुंचे बल्कि सिर्फ रस्सी, कंपस, थर्मामीटर और कंठी के जरिए पूरा तिब्बत नाप कर आ गए. तो चलिए जानते हैं एक्सप्लोरर नैन सिंह रावत के बारे में खास बातें.
दरअसल 19वीं शताब्दी में अंग्रेज भारत का नक्शा तैयार कर रहे थे लेकिन तिब्बत का नक्शा बनाने में उन्हें परेशानी आ रही थी.तब उन्होंने किसी भारतीय नागरिक को ही वहां भेजने की योजना बनाई. जिसपर साल 1863 में अंग्रेज सरकार को दो ऐसे लोग मिल गए जो तिब्बत जान के लिए तैयार हो गए.
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