भारत में महामारी के शुरुआती चरणों के दौरान बनाए गए एक सार्वजनिक स्वास्थ्य सलाहकार विज्ञापन का एक वीडियो सामने आया है. जिसमें बताया जा रहा कि स्वस्थ व्यक्तियों को मास्क पहनने की आवश्यकता नहीं है. मास्क न पहनने की सलाह देने वाला यह वीडियों तेजी से शेयर किया जा रहा है. मीडिया ने पड़ताल के बाद पाया कि यह वीडियो मध्य प्रदेश सरकार और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा मार्च 2020 में जारी किया गया था. जब कोरोना वायरस ने भारत में प्रवेश किया था. उस समय मास्क पहनने का नियम नहीं बनाया गया था. लेकिन यह वीडियो ऐसे समय वायरल हो रहा है. जब कोरोना संक्रमित प्रतिदिन बढ़ रहा है.
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अगर इस वीडियों की बात करें तो वायरल वीडियो अंतिम फ्रेम में मध्य प्रदेश सरकार और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन लोगो नजर आ रहा है. वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा था कि " स्वस्थ लोग मास्क नहीं पहनते . 35 सेकंड के वीडियो में तीन मापदंड हैं, जिसमें मास्क पहना जाना चाहिए, साथ ही वीडियों में जोर दिया गया है कि स्वस्थ व्यक्तियों को मास्क पहनने की आवश्यकता नहीं है.
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बता दे कि इंटरनेट पर वायरल होने के बाद इस वीडियों की जांच की गई, तो पता चला कि वीडियो को मूल रूप से 19 मार्च, 2020 को मध्य प्रदेश के उज्जैन से कलेक्टर के फेसबुक प्रोफाइल पर पोस्ट किया गया था. इस अवधि के दौरान, देश में मास्क पहनना अनिवार्य नहीं था. यह किसी भी COVID-19 लक्षणों जैसे कि बुखार, खांसी, या सर्दी का प्रदर्शन करने वाले व्यक्तियों के लिए एहतियाती उपाय होने का सुझाव दिया गया था.
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