गुवाहाटी: असम में ऐसे कई जिहादियों को अरेस्ट किया गया है जो कि आतंकी संगठन के साथ संपर्क में थे और कट्टरपंथ फैला रहे थे। हाल ही में आतंकियों से संपर्क रखने वाले दो इमामों को गिरफ्तार किए जाने के बाद राज्य की हिमंता बिस्वा सरमा सरकार ने शिकंजा भी कसा है और बाहरी राज्यों से आने वाले इमामों के लिए SoP भी जारी कर दी है।
अब इन इमामों को असम में आने से पहले अपनी पूरी जानकारी एक पोर्टल पर देनी होगी। इसी बीच असम के DGP ने कहा है कि राज्य में कट्टरपंथ से लड़ने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहा हैं। अब तक 34 लोगों को अरेस्ट किया गया है। DGP ने कहा है कि, हम आतंकियों के मनसूबों को नाकाम करने के लिए कई मुस्लिम संगठनों के साथ भी संपर्क में हैं और वे हमारी सहायता भी करते हैं। उन्होंने कहा कि, असम में काफी सारे मदरसे चल रहे हैं और कुछ लोग हैं जो कि इनका नाज़ायज़ फायदा उठाते हैं। यह पूरी साजिश असम के बाहर से ही रची जा रही है। बांग्लादेश से भी आतंक के तार जुड़ रहे हैं।, अलकायदा से कुछ लोग यहां कट्टरपंथ फैला रहे हैं। अतब तक 34 लोगों को अरेस्ट किया गया है और ऐसी कोई भी साजिश सफल नहीं हो पाई है।
बता दें कि, असम में विगत 20 अगस्त को गोआलपाड़ा में दो इमामों को गिरफ्तार किया गया था। ये दोनों ही युवाओं में मजहबी जहर भरने की कोशिश कर रहे थे। इसके अलावा अलकायदा से उनके संपर्क होने का भी खुलासा हुआ था। इनमें से एक बांग्लादेश के एक आतंकी संगठन के साथ संपर्क में था। वे दोनों ही पुलिस की कस्टडी में हैं। इसी के बाद सरकार ने सख्ती दिखायी और दूसरे राज्यों से आने वाले इमामों के लिए पोर्टल पर पंजीकरण करवाना अनिवार्य कर दिया।
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