भोपाल: मध्य प्रदेश सरकार ने अपने यहां के किसानों को ऐसे हालात से बचाने के लिए बलराम ऐप तैयार किया है। इस ऐप की विशेषता है कि ये टू-वे कम्यूनिकेशन को सपोर्ट करेगा। प्रथम चरण में इस ऐप को 10 जिलों में लॉन्च किया जाएगा। इस ऐप की लॉन्चिंग इंडो-जर्मन के संयुक्त परियोजना के तहत की जा रही है। इसकी जिम्मेदारी राज्य के जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय को दी गई है। ऐप में किसानों को मिट्टी को स्वस्थ रखने संबंधित आवश्यक सूचनाएं प्रदान कराई जाएंगी। इसके अतिरिक्त उनकी अन्य परेशानियों का समाधान किया जाएगा।
प्रदेश सरकार द्वारा बलराम ऐप में जारी खेती-किसानी को लेकर एडवाइजरी भी जारी की जाएगी। इसके अतिरिक्त किसान कृषि वैज्ञानिकों से भी सवाल पूछ पाएंगे। ऐप को पहले फेस मतलब खरीफ के सीजन के वक़्त, सागर, रीवा, शहडोल, जबलपुर, सिंगरौली, मंडला, बालाघाट, कटनी, दमोह एवं छतरपुर जिले के लिए जारी किया जाएगा।
वही ऐप में कृषि से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी उपस्थित होगी। इसमें राज्य स्तर, जिला स्तर, विकासखंड एवं ब्लॉक स्तर की जानकारी उपस्थित रहेगी। इसमें प्रथम चरण में 10 जिलों के 25 हजार किसानों को जोड़ा जाएगा। साथ ही इसके लिए जबलपुर में कृषि विभाग, कृषि विज्ञान केंद्र के अफसरों को तकनीकी तौर पर तैयार करके मास्टर ट्रेनर बनाया जा रहा है।
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