उज्जैन । मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि महुआ का फूल बीनने वाले अनुसूचित जनजाति के गरीब भाई-बहनों को राज्य सरकार अच्छे जूते और पीने के पानी की कुप्पी उपलब्ध करवायेगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विद्यार्थियों से कहा है कि व्यक्ति अच्छे गुणों से बड़ा बनता है। मनुष्य के लिये कुछ भी असंभव नहीं है। जो जैसा सोचता है वैसा बन जाता है। आई.आई.टी., आई.आई.एम., मेडिकल, इंजीनियरिंग जैसे उच्च शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश पाने वाले अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों की फीस राज्य सरकार भरेगी। अनुसूचित जनजाति के युवा उद्यमी बनें, इसके लिये मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना बनायी गयी है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विद्यार्थियों को जीवन और व्यक्तित्व विकास के सूत्र बताए। उन्होंने बताया कि शिक्षा देने वाले गुरु का आदर करें, सुबह जल्दी उठे और ध्यान करें, आत्म-विश्वास से अच्छे काम करे, दूसरों की मदद करे, हमेशा सच बोले और मीठा बोले। उन्होंने बच्चों को ऋषि धौम्य और शिष्य आरुणि की, अर्जुन की लक्ष्य हासिल करने की एकाग्रचित्तता तथा युधिष्ठिर की सदा सच बोलने की कहानी सुनायी। उन्होंने कहा कि मनुष्य जैसा सोचता है वैसा बन जाता है। सबमें ईश्वर का अंश हैं। जैसा काम करते है वैसा व्यक्तित्व बनता है।