मध्य प्रदेश में दूसरे प्रदेशों से घर लौटे 4.63 लाख से ज्यादा श्रमिकों को अब सरकार रोजगार देने वाली है. इसके लिए श्रमिकों का पंजीयन कराकर एवं जॉब कार्ड बनाकर मनरेगा के तहत काम दिया जाएगा. वहीं उनकी योग्यता के आधार पर विभिन्न उद्योगों व अन्य कार्यों में भी लगाया जाएगा. यह बात बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कही है.
दरअसल, वे मंत्रालय में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे. मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि पंजीयन में श्रमिक की श्रेणी (कुशल, अकुशल और अर्द्धकुशल) का साफ-साफ उल्लेख करें, ताकि उन्हें उनकी योग्यता के अनुसार काम दिलाया जा सके.
बता दें की यहां अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने बताया है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमित क्षेत्र 701 रह गए हैं. वहीं, 10 जिले संक्रमण मुक्त हैं. इनमें कटनी, नरसिंहपुर और बालाघाट में अभी तक प्रकरण सामने नहीं आया. जबकि सात जिले (आगर-मालवा, अलीराजपुर, अनूपपुर, छिंदवाड़ा, हरदा, शहडोल और शाजापुर) संक्रमण मुक्त हो गए हैं. खरगोन भी रेड से ग्रीन जोन में आ गया है.
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