देहरादून: उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने दिवंगत अंकिता भंडारी के घरवालों को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। अफसरों को इसे लेकर निर्देश दे दिए गए हैं। सीएम धामी ने कहा कि राज्य सरकार अंकिता के परिवार के साथ है तथा उनकी हर तरह से मदद करेगी। उन्होंने कहा कि मामले की SIT जांच की जा रही है। निष्पक्ष तरीके से शीघ्र से शीघ्र तहकीकात पूरी की जाएगी। मामले से जुड़े हर तथ्य को जुटाते हुए पुख्ता तरीके से रिपोर्ट तैयार कर आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलाना सुनिश्चित किया जाएगा। आरोपियों को ऐसी सजा दिलाई जाएगी जो आगे के लिए भी नजीर बने। पीड़ित परिवार को त्वरित इन्साफ प्राप्त हो सके, इसके लिये फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई के लिए माननीय अदालत से अनुरोध किया गया है। बता दें, अंकिता के घरवालों ने मंगलवार को सीएम पुष्कर धामी के समक्ष अपनी कुछ मांगें रखीं थीं।
जानिए क्या चाहता है अंकिता का परिवार:-
- परिवार को 1 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता दी जाए।
- अंकिता के नाम पर गांव मल्ली से बरमुंडी की सड़क का नामकरण किया जाए।
- अंकिता के नाम पर सार्वजनिक स्थानों पर एक स्मारक बनवाया जाए।
- परिवार के एक शख्स को नौकरी दी जाए।
- अंकिता जिस रिजॉर्ट में काम करती थी, वहां उसके नाम पर आदर्श स्कूल खोला जाए।
- 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान में अंकिता के नाम पर पुरस्कार हो।
- पुलकित आर्य के भाई एवं पिता को जांच पूरी होने तक हिरासत में रखा जाए।
- बेटी के गुनाहगारों को शीघ्र से शीघ्र फांसी की सजा दी जाए।
जानिए पूरा मामला:-
वनंतरा रिजॉर्ट में काम करने वाली अंकिता 18-19 सितंबर की रात से लापता थी। रिजॉर्ट का मालिक पुलकित आर्य, प्रबंधक सौरभ भास्कर एवं अंकित तीनों मिलकर अंकिता को अपने साथ ले गए थे। उन तीनों ने मिलकर पावर हाउस के पास शक्ति नहर में अंकिता को धक्का दे दिया। वापस आने के पश्चात् अंकिता के गायब होने की झूठी कहानी रची थी।
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