देश में कोविड संक्रमण की दूसरी लहर के बीच केंद्र गवर्नमेंट ने फिर से कोविड प्रोटोकॉल में बदलाव किया है। केंद्र सरकार ने कहा है कि कोविड-19 संक्रमण हवा के द्वारा फैलता है। बुधवार को गवर्नमेंट की तरफ से जारी की गई सूचना में विश्व स्वास्थ्य संगठन की नए दिशा-निर्देशों को भी शामिल किया गया है। जिसके अतिरिक्त सरकार ने बीमारी के उपचार के दौरान उपयोग की जा रही दवाओं को लेकर सलाह दी है। गौरतलब है कि विभिन्न राज्यों में कड़ी पाबंदियों आंशिक लॉकडाउन से संक्रमण दर तो काबू में आती दिख रही है, लेकिन मृत्यु दर अभी भी भयावह बनी हुई है।
स्टेरॉयड पर सावधानी बरतें: जंहा इस बात का पता चला है कि गवर्नमेंट ने कोरोना के नए प्रोटोकॉल में WHO की जानकारी को शामिल किया। इसमें कहा जा रहा था कि सार्स कॉव 2 हवा के द्वारा बढ़ता ही जा रहा है। जिसके अतिरिक्त नए नियमों में गवर्नमेंट ने स्टेरॉयड, रेमडेसिविर टोसीलिज़ुमैब दवा के ठीक तरह से इस्तेमाल की जाने की बात कही है। गवर्नमेंट ने बीमारी से उबरने के उपरांत जटिलताओं से बचने के लिए इन दवाओं का विवेकपूर्ण उपयोग करने के लिए बोला है। गौरतलब है कि विशेषज्ञ चेतावनी दे चुके हैं कि स्टेरॉयड के अधिक सेवन से ब्लैक फंगस का संकट बढ़ जाता है।
ब्लैक फंगस भी रहा है बढ़: यहां यह कतई नहीं भूलना चाहिए कि देश में निरंतर म्यूकरमाइकोसिस के मरीजों का आंकड़ा बढ़ रही है। राजस्थान, पंजाब, महाराष्ट्र, गुजरात समेत कई राज्यों में इस दुर्लभ फंगल इंफेक्शन को महामारी का नाम ब्बि दिया जा चुका है। स्थिति इस कदर भयावह है कि ब्लैक के उपरांतअब व्हाइट येलो फंगस भी मिल रहा है। बीते दिनों एम्स के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने भी स्टेरॉयड के विवेकपूर्ण उपयोग की राय दी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि देश में रिकवरी रेट बढ़कर 89.66 प्रतिशत पर पहुंच गया है। साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 1.45 फीसदी दैनिक दर 9.42 प्रतिशत पर है। लगातार दो दिनों से पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से कम बना हुआ है, जो एक अच्छा संकेत है।
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