तेल मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को कहा कि 2023-24 तक की फसल बर्बाद हो गई है। सस्ती और स्वच्छ परिवहन ईंधन की उपलब्धता को बढ़ावा देने के लिए, अडानी गैस और टोरेंट गैस जैसी कंपनियों द्वारा 900 संपीड़ित जैव-गैस या सीबीजी संयंत्रों की स्थापना के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। जंहा इस बारें में एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सस्टेनेबल अल्टरनेटिव टूवर्ड्स अफोर्डेबल ट्रांसपोर्टेशन (SATAT) पहल के तहत, सरकार 2023-24 तक 5,000 सीबीजी संयंत्रों की स्थापना 2023-24 तक करने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
इस अवसर पर बोलते हुए प्रधान ने कहा, "हमने SATAT के लिए एक स्पष्ट-कट रोडमैप विकसित किया है। 600 सीबीजी संयंत्रों के लिए आशय पत्र पहले ही दिए जा चुके हैं और आज 900 पौधों के लिए समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए हैं, कुल 1500 सीबीजी संयंत्र विभिन्न हैं।"
प्रधान ने कहा "600 सीबीजी संयंत्रों के लिए आशय पत्र पहले ही दिए जा चुके हैं और 900 पौधों के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए जाने के साथ कुल 1500 सीबीजी संयंत्र निष्पादन के विभिन्न चरणों में हैं।"
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