इंदौर। शहर में अन्नपूर्णा मंदिर बनने का काम पिछले कुछ सालो से चल रहा था, जो कि अब मंदिर बनकर तैयार है। नवनिर्मित मंदिर में मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इस दौरान कार्यक्रम में कई संत शामिल होंगे। सभी के रुकने की व्यवस्था मंदिर परिसर में ही की जाएगी। जनता के सहयोग से अन्नपूर्णा मंदिर का निर्माण संभव हो सका है।
जनवरी 2020 में मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन किया गया था। यह मंदिर तीन साल में पूरी तरह से बनकर तैयार है। अन्नपूर्णा मंदिर का निर्माण तकरीबन 6600 वर्गफीट किया गया है, करीब 40 हजार घनफीट संगमरमर का इस्तेमाल भी मंडी निर्माण में किया गया है। इस मंदिर में दर्शनार्थियों को करीब 300 मूर्तियां, दीवार और स्तंभों पर देखने मिलेगी वहीं, मंदिर में 51 स्तंभ बनाए गए है। अन्नपूर्णा मंदिर में आयोजन 31 जनवरी से शुरू होंगे और 7 फरवरी तक चलेंगे।
20 करोड़ रुपए की लागत से अन्नपूर्णा मंदिर का निर्माण किया गया है। इस मंदिर में छह राज्यों की संस्कृति का संगम देखने को मिलेगा है। अन्नपूर्णा मंदिर के निर्माण में लोहे का इस्तेमाल नहीं किया गया है, जो की इस मंदिर को और भी खास बनाता है। मंदिर के निर्माण के लिए राजस्थान के मकराना से 40 हजार घनफीट मार्बल मंगवाए गए है। मंदिर निर्माण का कार्य तकरीबन 75 प्रतिशत हो चूका है। मंदिर का निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य 31 दिसंबर तक रखा गया है, यानी 31 दिसंबर तक मंदिर पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगा।
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