नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आज शनिवार (9 सितंबर) को आयोजित किए जाने वाले G20 रात्रिभोज के आधिकारिक निमंत्रण में इंडिया के बजाय भारत का उपयोग करने के विवाद के बीच, कुछ राजनीतिक नेताओं और मुख्यमंत्रियों ने विभिन्न कारणों से कार्यक्रम में शामिल नहीं होने का फैसला किया है, जबकि कई अन्य नेताओं ने के डिनर में उपस्थित होने का फैसला किया है। बता दें कि, रात्रिभोज के लिए राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा लगभग 600 गणमान्य व्यक्तियों को आमंत्रित किया गया था।
रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति द्वारा आयोजित रात्रिभोज में, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, दिल्ली के मुख्यमंत्री, अरविंद केजरीवाल, पंजाब के सीएम भगवंत मान शामिल होने वाले हैं। साथ ही उन सभी राज्यों के मुख्यमंत्री भी आएँगे, जहां भाजपा और उसके राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का शासन है।
वहीं, आंध्र प्रदेश के सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी इस समय विदेश में होने के चलते डिनर में नहीं आ सकेंगे। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव भी इस रात्रिभोज में नहीं आएँगे, हालाँकि, उनके न आने का कारण स्पष्ट नहीं है। स्वास्थ्य कारणों से ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी इसमें शामिल नहीं हो रहे हैं। वहीं, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण न दिए जाने से नाराज़, कांग्रेस शासित राज्य, कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने भी G20 रात्रिभोज में शामिल नहीं होने का फैसला लिया है। केरल के पिनाराई विजयन भी इसमें शामिल नहीं होंगे, उनका कारण भी स्पष्ट नहीं है। शायद विजयन भी कांग्रेस के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए ही डिनर में नहीं आ रहे हैं। बता दें कि,
निजी वाहनों के स्थान पर शटल बसें:-
बता दें कि, सुविधा प्रदान करने और यातायात की भीड़ से बचने के लिए, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्रियों को अपनी आधिकारिक कार लेने के बजाय दिल्ली के प्रगति मैदान में G20 शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल भारत मंडपम तक शटल बसों से यात्रा करने का निर्देश दिया है। उपस्थित लोग संसद भवन से कार्यक्रम स्थल तक शटल लेंगे। उपरोक्त लोगों में से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राज्यसभा सांसद एचडी देवेगौड़ा रात्रिभोज में उपस्थित नहीं होंगे।
भारत की G20 अध्यक्षता:-
बता दें कि, भारत इस वर्ष G20 या 'ग्रुप ऑफ 20' की अध्यक्षता की मेजबानी कर रहा है, जिसमें राज्य नेताओं का शिखर सम्मेलन 9 और 10 सितंबर को राष्ट्रीय राजधानी में होगा। इससे पहले आज, पीएम मोदी ने भव्य कार्यक्रम के पहले दिन भारत मंडपम में कई विश्व नेताओं का स्वागत किया।
खड़गे को क्यों नहीं बुलाया:-
G20 डिनर में सभी कैबिनेट और राज्य मंत्रियों और सभी मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित किया गया है। इसमें केवल मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों और पूर्व प्रधानमंत्रियों को आमंत्रित किया गया है, किसी भी राजनेता को नहीं। यही वजह है कि, अतिथि सूची में खड़गे का नाम नहीं है। लेकिन, कांग्रेस फिर भी सरकार पर निशाना साध रही है और आरोप लगा रही है कि, खड़गे दलित समुदाय से आते हैं, इसलिए उन्हें नहीं बुलाया गया है। हालाँकि, देश पर सबसे अधिक समय तक शासन करने वाली कांग्रेस यह भूल गई थी कि, इस डिनर का आयोजन महामहिम द्रौपदी मुर्मू के नेतृत्व में ही हो रहा है, जो खुद आदिवासी समुदाय से आती हैं। यहाँ तक कि, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को भी निमंत्रण दिया गया है, वे भी आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। ऐसे में ये जातिगत भेदभाव का सवाल ही नहीं है।
आपको याद होगा कि, पिछले महीने, जब देश आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहा था, उस समय 15 अगस्त के समारोह में खड़गे को निमंत्रण दिया गया था, लेकिन वे स्वतंत्रता दिवस समारोह में नहीं आए थे और उनकी खाली कुर्सी पर मीडिया में काफी चर्चा हुई थी। हालाँकि, जब लाल किले में स्वतंत्रता दिवस का उत्सव चल रहा था, उसी समय खड़गे कांग्रेस दफ्तर में राजनितिक मुद्दों पर चर्चा कर रहे थे।
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