नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केरल की वायनाड सीट के लोकसभा सांसद के तौर पर बर्खास्त राहुल गांधी की तरफ से दिए जाने वाले बयानों पर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सूरत की कोर्ट की तरफ से मानहानि के मुक़दमे में सजा सुनाए जाने के अलगे दिन कांग्रेस राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट के 2013 के आदेश के अनुसार, सांसद के पद से भी बर्खास्त कर दिया गया था।
जिसके बाद शनिवार (25 मार्च) को एक प्रेस वार्ता करते हुए राहुल गांधी ने भाजपा पर जमकर हमला बोला था और कहा था कि, 'मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है। गांधी ने कभी किसी के सामने आत्मसमर्पण नहीं किया और माफी नहीं मांगी है। राहुल के इस बयान से सियासी गलियारों में हंगामा मच गया है। राहुल गांधी के सावरकर वाले बयान पर कांग्रेस के सहयोगी उद्धव ठाकरे और संजय राउत पहले ही आपत्ति जता चुके हैं और कांग्रेस की बैठक में जाने से इंकार कर चुके हैं। इस बीच वीर सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी इसका सबूत दें कि वीर सावरकर ने कभी किसी से माफी मांगी हो।
रंजीत सावरकर ने कहा कि, 'राहुल गांधी कह रहे हैं कि वह माफी नहीं मांगेंगे, क्योंकि वह सावरकर नहीं हैं, लेकिन मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि वे ऐसे डाक्यूमेंट्स दिखाएं, जिनमें सावरकर ने माफी मांगी हो। इसके उलट राहुल गांधी खुद दो बार सर्वोच्च न्यायालय से माफी मांग चुके हैं। राहुल गांधी जो कुछ भी कर रहे हैं, वह बचकाना है। अपनी सियासत को बढ़ावा देने के लिए देशभक्तों के नाम का इस्तेमाल निंदनीय है।'
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