अल्जाइमर से पीड़ित लोगों के लिए एक अच्छी खबर है. अल्जाइमर ऐसी बीमारी है जो जिसे हो जाये वो इससे हमेशा ही परेशान रहता है. लेकिन इससे निजात पाया जा सकता है. एक नए शोध में पाया गया है कि ग्रीन टी में पाया जाने वाला एक यौगिक पदार्थ और स्वैच्छिक व्यायाम अल्जाइमर की वृद्धि रोक सकते हैं. इतना ही नहीं ये इसके प्रभाव को भी खत्म कर देता है. शोधकर्ताओं के मुताबिक, चूहों पर प्रभावी पाया गया ग्रीन टी में मौजूद एपिगेलोकैटचिन-3 गैलेट (ईजीसीजी) इंसानों में भी अल्जाइमर के उपचार और बचाव में सहायक हो सकता है.
इस बारे में युनिवर्सिटी ऑफ मिसौरी में कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस में मनोविज्ञान के प्रोफेसर टोड सैचमैन ने बताया, "अल्जाइमर में रोगी का एमिलॉयड-बेटा पेप्टाइड (ए-बेटा) एक साथ जमा हो सकते हैं और दिमाग में एमिलायड प्लेक्स बना सकते हैं." अल्जाइमर के लक्षणों में स्मृति खोना, भ्रम और अपने आसपास के वातारण के प्रति सजगता की कमी जैसे लक्षण शामिल हैं. टोड ने बताया, "हमने रोग की शुरुआत में बचाव या स्थगन के तरीकों के बारे में जानने की कोशिश की. हमें उम्मीद है कि इन उपायों से वृद्धावस्था में स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार हो सकता है और गुणवत्तापूर्ण जीवन जीया जा सकता है."
शोधकर्ताओं ने अल्जाइमर पीड़ित चुहे को ईजीसीजी दिया और उसे व्यायाम करने दिया. इस परिणाम में चूहे की संज्ञानात्मक क्रियाओं और अवधारण में उल्लेखनीय सुधार दिखाई दिए. एमयू में जैवरसायन विज्ञान के प्रोफेसर ग्रेस सन ने बताया, "मौखिक प्रशासन के साथ-साथ स्वैच्छिक व्यायाम से अल्जाइमर के कुछ व्यावहारिक अभिव्यक्तियों और संज्ञानात्मक दोषों में सुधार हुआ." ये परिणाम 'जर्नल ऑफ अल्जाइमर्स डीजीज' में प्रकाशित हुए हैं.