आज GST को एक साल हो गया है. देश में जीएसटी एक जुलाई, 2017 को आधी रात से लागु किया गया था जिसने 17 प्रकार के परोक्ष कर खत्म किये थे. इस पर आज जीएसटी की दरों में राहत का संकेत देते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि जैसे-जैसे कर संग्रह बढ़ता है, वैसे-वैसे स्लैब को तर्कसंगत बनाने और दरों को तर्कसंगत बनाने की क्षमता भी बढ़ती जाएगी. जेटली ने कहा कि जब कर व्यवस्था सक्षम होगी तो कर चोरी की गुंजाइश भी खत्म हो जाएगी. उन्होंने कहा कि ई-वे बिल लागू किया जा चुका है और इन्वॉयस मैचिंग शुरू होने के बाद कर चोरी रोकना और कर चोरी को पकड़ना भी आसान हो जाएगा.
इस मौके पर कार्यवाहक वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने वित्त सचिव हसमुख अढिया को कंपोजीशन स्कीम लेने वाले व्यापारियों के लिए तिमाही के स्थान पर साल में सिर्फ एक बार रिटर्न दाखिल करने का नियम बनाने की संभावनाएं तलाशने को कहा. गोयल ने कहा कि छोटे व्यापारी भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं और सरकार उनकी सुविधा के लिए प्रतिबद्ध है. उन्हें अगर कोई परेशानी हो तो वे सीधे वित्त मंत्री को पत्र लिख सकते हैं.
अढिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीएसटी को लागू करने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति दिखाई थी. इसी का परिणाम है कि इसे रिकार्ड समय में लागू किया जा सका. उन्होंने कहा कि अगर राजनीतिक नेतृत्व से स्पष्ट निर्देश आते हैं तो अधिकारी भी अपना पूरा योगदान करते हैं .
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