ग्वाटेमाला सिटी: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा गत 6 दिसंबर को येरुशेलम को इस्राइल की राजधानी के रूप मे मान्यता देने के बाद अमेरिका के समर्थन में ग्वाटेमाला आगे आया है और उसने इस्राइल के तेल अवीव में स्थित अपने दूतावास को येरुशेलम ले जाने का फैसला किया है .
उल्लेखनीय है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 6 दिसंबर को जेरुसलम को इस्राइल की राजधानी के रूप मे मान्यता दी थी और अमेरिकी दूतावास को जेरुसलम ट्रांसफर करने का निर्देश दिया था. ट्रंप के इस फैसले की दुनिया के अधिकांश देशों ने आलोचना की थी, लेकिन कुछ देश उनके इस फैसले के समर्थन में है जिनमे ग्वाटेमाला भी शामिल है .
एक रिपोर्ट के अनुसार ग्वाटेमाला के राष्ट्रपति जिमी मोरेल्स ने रविवार को देश के दूतावास को तेल अवीव से जेरुसलम ले जाने की घोषणा की है.राष्ट्रपति ने फेसबुक पोस्ट में इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से वार्ता का जिक्र कर कहा कि दोनों देशों के बेहतरीन संबंधों के बीच ग्वाटेमाला के तेल अवीव स्थित दूतावास को येरुशेलम ले जाने के बारे में बात हुई. उन्होंने चांसलर को इस प्रक्रिया को शुरू करने के निर्देश दे दिए हैं. मोरेल्स ने येरुशेलम को इस्राइल की राजधानी के तौर पर मान्यता देने को एक सही कदम बताया.
बता दें कि अमेरिका और ग्वाटेमाला के अलावा मार्शल द्वीपसमूह, माइक्रोनेशिया, नाउरु, पलाउ, टोगो और इस्राइल, ने येरुशेलम को इस्राइल की राजधानी के रूप में समर्थन किया है.
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