अहमदाबाद: गुजरात में दलित के आत्मदाह के बाद भड़की हिंसा को लेकर गुजरात सरकार ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्यवाही तेज़ कर दी है, इन्ही कार्यवाहियों के चलते गुजरात पुलिस ने विधायक और दलित नेता जिग्नेश मेवाणी और उनके साथियों को हिरासत में ले लिया है. दलित नेता ने आज पाटन में विरोध प्रदर्शन करने के लिए अपने कार्यकर्ताओं को आमंत्रित किया था, लेकिन प्रदर्शन होने से पहले ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
आपको बता दें कि, जिग्नेश ने आज पाटन में दलित सामाजिक कार्यकर्ता भानुभाई वणकर की मौत मामले में विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया था और अपने कार्यकर्ताओं और लोगों से सारंगपुर में स्थित बाबा अंबेडकर की प्रतिमा पर जमा होने को कहा था. गिरफ़्तारी के बाद जिग्नेश ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उन्हें बिना किसी वजह के हिरासत में लिया है. वहीं पुलिस का कहना है कि, पूरे गुजरात में अराजकता का माहौल व्याप्त हो गया है, अहमदाबाद में प्रदर्शन हिंसक हो गए है, लोगों ने कारों को आग लगा दी है और ये सब जिग्नेश के नेतृत्व में हो रहा है, इसीलिए उन्हें हिरासत में लिया गया है. गौरतलब है कि, जिग्नेश मेवाणी गुजरात के माने हुए दलित चेहरे हैं, जो दलितों के अधिकारों के लिए सदा से लड़ते आए हैं , 2017 में उन्होंने इस हेतु दलित अस्मिता यात्रा का आयोजन भी किया था.
पाटीदार नेता हार्दिक पटेल भी इस मामले में शामिल हो गए हैं, उन्होंने मृतक कार्यकर्ता भानुभाई वणकर के परिवार से मुलाकात की और कहा कि, वे न्याय दिलाने में पूरा सहयोग करेंगे. आपको बता दें कि, दलितों को सरकार की ओर से आवंटित जमीन के कब्जे की मांग को लेकर दलित सामाजिक कार्यकर्ता भानुभाई वणकर ने गुरुवार को कलेक्टर ऑफिस में खुद को आग लगा ली थी उसके बाद शुक्रवार रात अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया. इसके बाद से ही लोग न्याय के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं.
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