अहमदाबाद: गुजरात के नर्मदा जिले में केवडिया स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के निकट छह गांवों में बाड़ लगाए जाने के विरोध में शामिल होने जा रहे कांग्रेस के आठ MLA और 20 अन्य को पुलिस ने रास्ते में ही कस्टडी में ले लिया है। बता दें कि आदिवासी राज्य सरकार द्वारा लगाई जा रही बाड़ का विरोध कर रहे हैं। राजपीपला पुलिस थाने के निरीक्षक आरएन रथवा ने बताया है कि छह गांव में बाड़ लगाने का विरोध कर रहे आदिवासियों का समर्थन करने के लिए यहां के डीएम दफ्तर से केवडिया जाने के लिए निकलते ही आठ कांग्रेस विधायकों ओर 20 अन्य लोगों को हिरासत में ले लिया गया है।
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के पास स्थित गांव नवागम, वघारिया, लिम्दी, कोठी, गोरा और केवडिया के ग्रामीण बाड़ लगाए जाने की वजह से प्रभावित हुए हैं। कांग्रेस MLA अनिल जोशियारा, पीडी वासव, चंद्रिकाबेन बारिया, पुनाभाई गमित और अन्य स्थानीय नेता सरदार सरोवर नर्मदा निगम लिमिटेड (SSNNL) की तरफ से बाड़ लगाए जाने का विरोध कर रहे हैं, उनका दावा है कि इस भूमि का अधिग्रहण वर्ष 1960 के आसपास किया गया था।
नर्मदा जिले के डीएम को दिए गए ज्ञापन में विधायकों ने बाड़ लगाए जाने के सरकार के कदम पर सवाल उठाया है और पूछा है कि क्या लॉकडाउन के दौरान इस तरह के काम के लिए लिखित इजाजत ली गई है, जिसकी वजह से स्थानीय लोगो को विरोध करने पर मजबूर होना पड़ा। वहीं, राज्य के गृहमंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने एक बयान जारी करते हुए कांग्रेस पर आदिवासियों को भ्रमित करने का लगाया। उन्होंने कहा कि बाढ़ का काम गुजरात हाई कोर्ट की अनुमति से किया जा रहा है जिसने अधिग्रहण प्रक्रिया से लगा स्थगनादेश हटा दिया है।
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