सूरत: गुजरात के सूरत के नागरिक अधिकारियों ने बच्चों में फैल रहे कोरोना वायरस के आंकड़े साझा किए हैं. जिसके अनुसार, सूरत शहर में 10 साल से कम आयु के बच्चे पहले की तुलना में महामारी की दूसरी लहर से अधिक प्रताड़ित हो रहे हैं. कोरोना महामारी की पहली लहर के दौरान 560 से अधिक 10 साल तक के बच्चे इसकी चपेट में आए थे, किन्तु दूसरी लहर के दौरान करीब 1,700 बच्चे प्रभावित होने के साथ मामले लगभग तीन गुना बढ़ गए हैं.
हालांकि अभी, बच्चों में किसी की मौत होने की जानकारी नहीं मिली है. दरअसल ये डेटा तीसरी लहर के आने पर बच्चों को अधिक संक्रमित होने की आशंका को ध्यान में रखकर निकाला गया है. हालांकि दिल्ली AIIMS के डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया ने हाल ही में कहा था कि आशंकाएं तथ्यों पर आधारित नहीं हैं. वहीं SMC आयुक्त बी एन पाणि ने बताया कि इस साल नाबालिगों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले पिछले साल की तुलना में अधिक है.
उन्होंने बताया कि, जो बच्चे संक्रमित थे अब रिकवर हो गए हैं. बाल रोग विशेषज्ञ डॉ केतन भारद्वाज ने बताया कि उन्होंने कई नाबालिगों को देखा है जो संक्रमित हो गए थे और उनमें हल्के लक्षण पाए गए थे, जिसके चलते लक्षणों के आधार पर उनका उपचार किया गया था.
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