गांधीनगर : गुजरात राज्य में गौवंश संरक्षण को लेकर नियम को और कड़ा कर दिया गया है, तो दूसरी ओर विधानसभा चुनाव के पहले गौवंश को चुनावी मसले के तौर पर भुनाने की तैयारी भी की जा रही है। हालांकि राज्य के मुख्यमंत्री ने इस उद्देश्य से अपनी बात नहीं कही लेकिन इसे चुनावी तैयारी से जोड़कर देखा जा रहा है। दरअसल मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने कहा कि उनकी सरकार इस तरह के लोगों को किसी तरह का रहम नहीं कर सकती है जिनके मन में गाय को लेकर दया का भाव नहीं है।
विजय रूपानी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि गाय हमारी माता है यही हमारे विश्वास का आधार है। उन्होंने कहा कि गौ रक्षा की आड़ मे जो हिंसा हो रही थी उस पर लगाम लगी है। भाजपा शासित राज्यों में अवैध बूचड़खानों पर कार्यवाई हुई है।
उन्होंने कहा कि राज्य के गांवों और शहरों में दूध, धी की नदियां बहें। प्रयास यह किया जा रहा है कि जर्सी गाय की निर्भता को कम किया जाए और गिर व कांकरेज आदि गाय की प्रजातियों को अधिक विकसित किया जाए। उनका कहना था कि गौ रक्षा कानून को लागू कर जहां पर गौवंश का संरक्षण किया गया है वहीं किसानों के लिए भी अच्छा प्रयास किया गया है।