लखनऊ: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में कन्या जूनियर हाई स्कूल की छात्राओं को बंदूक और रिवॉल्वर चलाने का प्रशिक्षण दिया गया। आत्मरक्षा के गुण सिखाना इसका उद्देश्य है। साथ ही लड़कियों के दिमाग से इस बात को निकाला जा रहा है कि बंदूक केवल लड़के ही चला सकते हैं। पूर्व राष्ट्रपति डॉ। अब्दुल कलाम साहब की जयंती के अवसर पर यह अनोखा कार्यक्रम आयोजित किया गया।
छात्राओं को बंदूक चलाना सिखाने की यह अनोखी पहल हमीरपुर के एक सामाजिक संगठन के सहयोग से स्कूल के शिक्षकों ने की। जिले में कुरारा ब्लॉक के कन्या जूनियर हाई स्कूल में कक्षा 1 से 8वीं तक की छात्राओं को बंदूक चलाना सिखाया गया। बंदूक चलाने के प्रशिक्षण के दौरान कई छात्राओं ने तो टारगेट पर सटीक निशाना लगाकर सभी को हैरान कर दिया। स्कूल की टीचर नीतू ने बताया कि पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम साहब की जयंती के अवसर पर नारी सशक्तिकारण अभियान के तहत छात्राओं को निशानेबाजी और आत्म रक्षा के प्रशिक्षण के साथ बंदूक चलाना सिखाया जा रहा है।
उन्होंने आगे बताया कि जिले के सामाजिक संगठन समर्थ फाउंडेशन और एक्शन एड की ओर से यह बंदूक चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। साथ ही बताया जा रहा है कि बच्चियों को आत्मरक्षा करना क्यों आवश्यक है। इस कन्या विद्यालय के प्रबंधक अभिषेक शुक्ला ने जानकारी दी है कि इस शूटिंग प्रतियोगिता में छात्रा कंचन, खुशी, कामिनी आदि ने पहले ही प्रयास में बंदूक से सटीक निशाना लगाकर इनाम जीते हैं।
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