गुप्त नवरात्रि के पहले दिन कर ले यह उपाय, रातोंरात हो जाएंगे मालामाल

गुप्त नवरात्रि के पहले दिन कर ले यह उपाय, रातोंरात हो जाएंगे मालामाल
Share:

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार 5 फरवरी मंगलवार को माघ मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से गुप्त नवरात्रि शुरू हो रही है. आपको बता दें कि ज्योतिषों के अनुसार इस गुप्त नवरात्रि में कई शुभ योग-संयोग बन रहे हैं, जो साधक और देवी की आराधना करने वालों को कई गुना अधिक शुभ फल देने वाले हैं. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं इन दिनों में किए जाने वाले उपायों के बारे में. आइए जानते हैं.


 सर्वार्थसिद्धि योगशुभ संयोगों में करें ये उपाय -

- आप सभी को बता दें कि गुप्त नवरात्रि के प्रथम दिन मंगलवार है और यह देवी का ही दिन माना जाता है. इस कारण से इस दिन दुर्गादेवी के मंदिर जाएं और सुहाग की सामग्री, चुनरी और मिष्ठान्न-श्रीफल अर्पित करना चाहिए और अपने परिवार के सुख-समृद्धि की कामना करना चाहिए. कहते हैं ऐसा करने से जीवन के सभी कष्टों का नाश हो जाता है और धन समृद्धि में वृद्धि होने लगती है.

- कहा जाता है गुप्त नवरात्रि के नौ दिनों तक दुर्गासप्तशती के नियमित पाठ करने से शत्रुओं से रक्षा होने लगती है और सभी कामों में सफलता मिलती है.

- कहा जाता है नवरात्रि में इंद्रिय संयम का पालन करते हुए प्रतिदिन दुर्गा मंदिर में या अपने घर में बैठकर ओम दुं दुर्गायै नमः मंत्र के पांच माला जाप रोज करने से उस इच्छा की पूर्ति होती है जिसके लिए आप संकल्प लेते हैं.

- कहते हैं जिन युवतियों के विवाह में बाधा आ रही है उन्हें उनकी जन्मकुंडली में मंगल परेशान कर रहा है तो उन्हें गुप्त नवरात्रि के पहले दिन शाम के समय दुर्गा मंदिर में आटे के पांच दीपक लगाकर आएं और देवी से अपने शीघ्र विवाह की कामना करनी चाहिए. इससे विवाह जल्द हो जाता है.

मौनी अमावस्या के अद्भुत संयोग में किया जाएगा कुंभ का दूसरा शाही स्नान, जानिए मुहूर्त

मौनी अमावस्या पर जरूर करें ऋणमोचक मंगल स्तोत्र का पाठ, हर काम होगा सफल

आइए जानते हैं क्या होता है हिरण्यगर्भ दान और कैसे कर सकते हैं यह

Share:

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -