आप सभी जानते ही होंगे गुप्त नवरात्रि साल में 2 बार आती है। जी हाँ और इनमें मां की 10 महाविद्याओं की विशेष साधना की जाती हैं। आप सभी को बता दें कि अभी आषाढ़ मास चल रहा है और इस महीने की गुप्त नवरात्रि 30 जून से शुरू होने जा रही है। जी हाँ और इस मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं उन मंत्रों के बारे में जिन्हें पूरा करके आप भी अपने सभी मनोकामना की पूर्ति कर सकते हैं। जी हाँ, गुप्त नवरात्रि को संतो की साधना के लिए विशेष माना जाता है और 9 दिनों के इस पर्व में साधक गुप्त रूप से खास साधना और सिद्धि उनके लिए विशेष पूजा करते हैं।
आप सभी को बता दें कि सामान्य नवरात्रि में भक्त मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करते हैं, हालाँकि गुप्त नवरात्रि में 10 महाविद्याओं की पूजा की जाती है। वहीं यह दस महाविद्या काली, तारा षोडशी, भुवनेश्वरी, त्रिपुर, भैरवी, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी और कमला है। तो आइए जानते हैं वह मन्त्र जिनका जाप गुप्त नवरात्रि के दिनों में करना चाहिए।
किसी विशेष मनोकामना के लिए मंत्र: मंत्र है : विधेहि देवि कल्याणं विधेहि विपुलां श्रियमू , पं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि
व्यापार और नौकरी में सफलता के लिए: मंत्र है: देहि सौभाग्यम अरोग्यं देहि मे परमं सुखग्रू , पं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषों जहि
धन- दौलत की प्राप्ति के लिए: मंत्र है: प्रसन्ना । ते सम्मता जनपदेषु धनानि तेषां तेषां यशांसि न च सीदति धर्मवर्ग :, धन्यास्त एव निभृतात्मजभृत्यदारा येषां सदाभ्युदयदा भवती
परंतु ध्यान रहे: गुप्त नवरात्रि की पूजा के दौरान साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। जी दरअसल 10 महाविद्याओं के साथ एकदम गुप्त तरीके से साधना की जाती है और ऐसे में आपको भी इस बात का ख्याल रखना होगा कि आप पूरी तरह से गुप्त रूप से ही है साधना करें। गुप्त नवरात्रि के दिनों में माता के पूजन के समय जो भी संकल्प लें उसे पूर्ण करें, वरना आपको इसके विपरीत प्रभाव पड़ सकते हैं।
सूर्य देव को इन मन्त्रों से करें खुश, होगा बड़ा चमत्कार