वर्ष में दो नहीं बल्कि चार नवरात्रि होती है. दो नवरात्रि में जहां धूमधाम से देवी के मंदिरों तथा घरों में कलश स्थापना कर पूजा की जाती है, तो वहीं वर्ष के दो नवरात्रि ऐसी होती है जो गुप्त होती हैं. गुप्त नवरात्रि में दसों महाविद्या की पूजा होती है तथा उनका आह्वान किया जाता है. इस वर्ष 19 जून को आषाढ़ शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से आषाढ़ गुप्त नवरात्रि की शुरुआत हुई है. गुप्त नवरात्रि 27 जून, मंगलवार तक है. वही इस गुप्त नवरात्री के चलते कुछ चीजों को घर पर लाने से निश्चित रूप से आपको मां लक्ष्मी की कृपा आपको प्राप्त होगी :
मां लक्ष्मी की प्रतिमा:-
मां लक्ष्मी की प्रतिमा या तस्वीर को घर में लाने का परंपरागत मान्यता से संबंध है। यह एक धार्मिक एवं आध्यात्मिक प्रथा है जिसमें लोग मां लक्ष्मी की आराधना करते हैं तथा उनसे धन, संपत्ति, और शुभकामनाएं मांगते हैं। लक्ष्मी माता की तस्वीर में माता कमल पर विराजमान होती हैं एवं हाथ में सोने की मुहरें होती हैं, जो धन, समृद्धि और आर्थिक सफलता के प्रतीक हैं।
कमल का फूल:-
मां लक्ष्मी को कमल का फूल अत्यंत प्रिय होता है। यह एक प्राचीन परंपरागत मान्यता है कि कमल माता लक्ष्मी के आवास होता है तथा यह धन, समृद्धि और शुभकामनाओं के प्रतीक के तौर पर माना जाता है। इसलिए, आप गुप्त नवरात्रि में कमल के फूल घर ला सकते हैं और मां लक्ष्मी की पूजा के चलते उन्हें अर्पित कर सकते हैं। अगर आप किसी कारणवश कमल के फूल नहीं ला सकते हैं, तो आप कमल के फूल की तस्वीर भी ला सकते हैं तथा उसे पूजा स्थल पर स्थापित कर सकते हैं। मां लक्ष्मी की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए, अपनी आस्था एवं भक्ति के साथ पूजा करें और उन्हें समर्पित करें।