नई दिल्ली: बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी स्थित विवादित ज्ञानवापी परिसर के नीचे एक हिंदू मंदिर के अस्तित्व के सबसे स्पष्ट संकेत ऑनलाइन सामने आए नए वीडियो में नज़र आ रहे हैं। वीडियो में मस्जिद के वजूखाना के भीतर शिवलिंग स्पष्ट दिखाई दे रहा है। साथ ही तहखानों की दीवारों पर स्वस्तिक, त्रिशूल, कमल और हिंदू देवताओं के चित्र भी नज़र आ रहे हैं। ज्ञानवापी केस पर सोमवार (30 मई, 2022) को अदालत के आदेश के बाद हलफनामे के साथ ही बंद लिफाफे में सर्वे की रिपोर्ट और वीडियो की सीडी पक्षकारों को सौंप दी गई थी।
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— Shiv Kumar Maurya (@ShivKum60592848) May 30, 2022
हालाँकि, रिपोर्ट सौंपने के कुछ देर बाद ही पहले की तरह यह सर्वे रिपोर्ट भी लीक हो गई और वीडियो वायरल हो गया। वहीं हिन्दू पक्ष ने प्रेस वार्ता करते हुए दावा किया है कि सर्वे के वीडियो को किसी ने वायरल कर दिया है। हिन्दू पक्ष ने अपने चारों लिफाफे भी मीडिया को दिखाए और बताया कि उनके लिफाफे अभी तक सील बंद हैं। हिन्दू पक्ष के वकील सुधीर जैन के मुताबिक, 'हम लोगों को मिला लिफाफा अभी तक खोला ही नहीं गया है। अभी हम लोगों को मालूम हुआ कि वीडियो कुछ मीडिया प्लेटफार्म पर चल रहा है। अब हम अदालत से इस संबंध में शिकायत करेंगे। हम लोगों को अदालत से चार लिफाफे मिले थे, अभी सभी लिफाफे सील बंद हैं। हम लोगों ने लीक नहीं किया है।'
बता दें कि सोमवार शाम को इससे पहले कोर्ट में हलफनामा देने के बाद हिन्दू पक्ष की ओर से वादी पक्ष की पाँच में से चार महिलाओं को सील बंद लिफाफे में रिपोर्ट की CD मिली थी। बताया जा रहा है कि हलफनामा नहीं देने के चलते दूसरे पक्ष को अभी रिपोर्ट और सीडी नहीं मिली है। ऐसे में कोर्ट से सिर्फ चार ही लिफाफे दिए गए और चारों को सील बंद बताने के बाद भी लीक कैसे हुआ, इस बात पर सवाल उठाए जा रहे हैं। बता दें कि विवादित ज्ञानवापी परिसर को लेकर वाराणसी अदालत में सोमवार को सुनवाई हुई थी। वहीं, अदालत ने अगली सुनवाई के लिए 4 जुलाई की तारीख दी है। जिला जज डा.अजय कृष्ण विश्वेश की कोर्ट में आज सोमवार (30 मई, 2022) को लगभग 2 घंटे तक सुनवाई चली जिसमें मुस्लिम पक्ष ने विस्तार से अपनी बात रख दी है। वहीं अब इस पूरे मामले में वीडियो लीक होने से केस में नया मोड़ आ गया है। वायरल हो रहे वीडियो में शिवलिंग की आकृति स्पष्ट दिखाई दे रही है और उसके ऊपर एक चकरी जैसी संरचना दिख रही है, जो बाकी पत्थर (हिन्दू पक्ष के अनुसार शिवलिंग) से बिलकुल अलग नज़र आ रही है। हालांकि, अभी ये मामला कोर्ट में है, फैसला न्यायालय का ही होगा। लेकिन इस वीडियो के सामने आने से हिन्दू पक्ष के उस दावे को बहुत बल मिल गया है, जिसमे वो कह रहे हैं कि बाबा मिल गए।
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