बेंगलुरू: कर्नाटक में कांग्रेस के चार बागी और कुछ नाराज़ विधायकों के कारण अप्रैल-मई में होने वाले लोक सभा चुनाव से पहले एचडी कुमारस्वामी नीत गठबंधन सरकार पर खतरे के बादल छाए हुए हैं. कांग्रेस के व्हिप की अवमानना करते हुए कथित रूप से पार्टी के 9 विधायक बुधवार को 10 दिवसीय बजट सत्र के पहले दिन सदन में उपस्थित नहीं हुए थे.
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विधानसभा में गुरुवार को दूसरे दिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायकों के हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई थी. भाजपा विधायकों ने आरोप लगाया था कि, कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन सरकार को बहुमत प्राप्त नहीं है. बुधवार को सदन की कार्यवाही में गैरमौजूद रहने वाले कांग्रेस के नौ विधायक गुरुवार को भी सदन में उपस्थित नहीं रहे.
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जब सदन की कार्यवाही फिर से शुरू की गई तो भाजपा विधायकों का विरोध प्रदर्शन जारी रहा, जिसकी वजह से अध्यक्ष ने शुक्रवार दोपहर साढ़े 12 बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया, जबकि आज सीएम एच डी कुमारस्वामी की सरकार 2019-2020 बजट पेश करने वाली है. कर्नाटक विधान परिषद में भी इसी तरह की स्थिति देखने को मिली, जहां भाजपा सदस्य अध्यक्ष के आसन के सामने आ गए और भाजपा के विधायकों ने यह कहते हुए नारेबाजी की कि सरकार के पास बहुमत नहीं है.
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