बीजिंग: कोरोना वायरस को प्रयोगशाला में तैयार किए जाने के आरोपों से घिरे चीन में H10N3 एवियन (बर्ड) इंफ्लुएंजा से मनुष्यों के संक्रमित होने का दुनिया में पहला मामला प्रकाश में आया है। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्वी चीन के जिआंगसु प्रांत में H10N3 एवियन इंफ्लुएंजा से इंसान के संक्रमित होने का पहला मामला रिपोर्ट किया गया है।
चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि यह मुर्गे से ह्यूमन ट्रांसमिशन का कभी-कभार होने वाला मामला है और इसके बड़े स्तर पर फैलने का खतरा बेहद कम है। H10N3 वायरस से संक्रमित मरीज जियांग्सू प्रांत के एक शहर झेनजियांग का निवासी 41 वर्षीय शख्स है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग द्वारा मंगलवार को जारी किए गए एक नोटिस के मुताबिक, उस व्यक्ति को 23 अप्रैल को बुखार और अन्य लक्षण थे और उसे 28 अप्रैल को उपचार के लिए एक स्थानीय चिकित्सा संस्थान में एडमिट कराया गया था।
मरीज से प्राप्त वायरस के पूरे आनुवंशिक विश्लेषण से पता चला कि उसका H10N3 वायरस का टेस्ट पॉजिटिव पाया गया, जिससे वह H10N3 से संक्रमित होने वाला पहला मनुष्य बन गया। अभी तक, चीन के स्वास्थ्य आयोग (NHC) के विशेषज्ञों का दावा है कि वायरस के पूरे आनुवंशिक विश्लेषण से पता चलता है कि H10N3 वायरस का मूल पक्षियों का है और इसमें इंसानों को असरदार ढंग से संक्रमित करने की क्षमता नहीं थी।
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