चंडीगढ़: पंजाब के अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर के नजदीक हुए धमाकों की गुत्थी पंजाब पुलिस ने सुलझा ली है। बुधवार (10 मई) देर रात हुए ब्लास्ट के बाद 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था। इनके पास से 1 किलो से अधिक विस्फोटक भी मिला है। रिपोर्ट के अनुसार, इनमें से कुछ के पास पटाखा बनाने का लाइसेंस है। पंजाब के DGP गौरव यादव ने गुरुवार (11 मई) को जानकारी दी है कि गिरफ्तार लोग पंजाब के ही निवासी हैं।
#WATCH | Punjab DGP Gaurav Yadav gives details about recent low-intensity explosions near Amritsar's Golden Temple and the arrest of five persons in this connection pic.twitter.com/ObwilIPxRR
— ANI (@ANI) May 11, 2023
रिपोर्ट के अनुसार, आरोपितों के नाम अमरीक सिंह, आजादवीर सिंह, साहिब सिंह, हरजीत सिंह और धर्मेंद्र सिंह के रूप में हुई है। DGP ने जानकारी दी है कि आजादवीर सिंह और अमरीक सिंह ने IED का प्रबंध किया था। अमरीक सिंह की पत्नी से भी पुलिस पूछताछ कर रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, विस्फोटक तैयार करने में अमरीक की पत्नी ने भी सहायता की थी। उसके नाम पर पटाखे बनाने का लाइसेंस है। एक अन्य गिरफ्तार आरोपित साहिब सिंह भी अमृतसर में पटाखे बनाने का ही काम करता है। DGP ने फॉरेंसिक रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि विस्फोटकों को क्लोराइड, ब्रोमाइड, सल्फर और पोटाश मिलाकर बनाया गया था। धर्मेंद्र ने विस्फोटकों को हरजीत सिंह तक पहुँचाया। फिर हरजीत सिंह ने उसे आगे साहिब सिंह को सौंपा। DGP के मुताबिक, शनिवार (6 मई) को आजादवीर ने 200 ग्राम विस्फोटक पोलीथीन बैग में रखकर धमाके वाले स्थान पर छिपाया था।
Amritsar | Picture of the alleged suspect behind the low-intensity explosion that occurred near Golden temple, last night, as per Punjab Police sources. pic.twitter.com/BBBeLDaaIz
— ANI (@ANI) May 11, 2023
ब्लास्ट के बाद उसे लगा कि इसका कुछ खास प्रभाव नहीं पड़ा है। इसलिए फिर दूसरा (8 मई) और तीसरा (10 मई) ब्लास्ट किया गया। प्रेस वार्ता के दौरान DGP गौरव यादव ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) चीफ और SGPC टास्क फोर्स को गुनहगारों को पकड़ने में मदद के लिए शुक्रिया कहा। बता दें कि, स्वर्ण मंदिर के पास बीते 5 दिनों में 3 ब्लास्ट हो चुके हैं, जिसे लेकर पुलिस अलर्ट पर है ।
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