बताया जा रहा है की नोटबंदी से आम लोगों, को कुछ हद तक समस्याएँ तो आई है पर आगे उनके ली यह सफल प्रयास बताया जा रहा है. नोटबंदी से बहुत से खुलासे भी हुए, बढ़ रहे भ्रष्टाचार पर रोक जिससे हर किसी को ईमानदारी के साथ आगे बढ़ने का मोंका मिलना का सफल प्रयास किया जा राह है.इसी के चलते बताया जा रहा है की इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी संस्थानों में इस बार पिछले सालों की तुलना में काफी कम प्लेसमेंट हुए हैं. IIT खड़गपुर, कानपुर और रुड़की में रिक्रूटमेंट्स का आंकड़ा गिरा है. जबकि IIT मुंबई, मद्रास और गुवाहाटी में यह आंकड़ा थोड़ा बहुत बढ़ा है, हालांकि इस दौरान फर्मों ने जो ऑफर्स दिए हैं, उनमें कमी देखी गई है.
IIT खड़गपुर में इस बार 1,080 छात्रों को ऑफर्स मिले हैं जबकि पिछले साल ये संख्या 1,300 थी. वहीं IIT कानपुर में 725 ऑफर मिले, जबकि पिछले साल ये आंकड़ा 800 था.
विशेषज्ञ इसे नोटबंदी से जोड़कर तो नहीं देख रहे हैं लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि कई संस्थान इस समय बाजार के स्थिर होने का इंतजार कर रहे हैं.
शायद यही वजह है कि पिछले साल जहां IIT खड़गपुर में माइक्रोसॉफ्ट ने 25 ऑफर दिए थे वहीं इस बार केवल 9 ऑफर दिए हैं. इसी कंपनी ने IIT कानपुर में पिछले साल 21 ऑफर्स दिए थे लेकिन इस बार केवल 6 दिए हैं. इसी तरह IIT रुढ़की में पिछले साल 30 ऑफर दिए थे पर इस बार केवल 17 ही दिए.