नईदिल्ली। पाकिस्तान के आतंकी हाफिज सईद ने आतंक को फैलाने के लिए अब नया तरीका अपनाना प्रारंभ कर दिया है। दरअसल उसने अपने गुर्गों और आतंकियों को पाकिस्तान में रहने वाल अल्पसंख्यकों का जबरन धर्म परिवर्तन करवाने की बात कही है। हाजिफ ने कहा है कि वह धर्मांतरण विरोधी कानून के विरूद्ध प्रदर्शन करेगा।
गौरतलब है कि सिंध में एक विधेयक पारित किया गया है जिसमें जबरन धर्मांतरण को रोकने की बात है। हाफिज इस बात का विरोध कर रहा है। सिंध विधानसभा ने सिंध आपराधिक कानून वर्ष 2015 को पारित किया। इस कानून में जबरन धर्मांतरण के षड्यंत्रों को लेकर दंड का प्रावधान किया गया है। विधेयक में जानकारी दी गई है कि जबरन धर्मांतरण करवाना दंडनीय अपराध है और ऐसा करने के दोषी पाए जाने पर करीब 3 वर्ष की सजा दी जा सकती है।
उन्होंने कहा कि वयस्कों को धर्मांतरण के निर्णय पर पुनर्विचार हेतु 21 दिन का समय दिया जाएगा। इस तरह की बात यहां कानून पारित करते समय कही गई। लोगों का मानना है कि ऐसा करने के साथ हाफिज खुलेआम ही इस नियम का उल्लंघन कर रहा है और भारत ही नहीं वहां रहने वाले अल्पसंख्यकों को नुकसान पहुंचाने की बात कर रहा है। यह जिहादी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की साख प्रभावित करने में लगा है।
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