नई दिल्ली : भारतीय सेना द्वारा एनकाउंटर में मारा गया आतंकी बुरहान वानी का संबंध पाकिस्तान व वहां के आतंकियों से थे। अब इस बात के पक्के सबूत भी मिल गए है। मुंबई हमले का दोषी और जमात-उद-दावा का प्रमुख हाफिज सईद ने एक मंच पर खुद इसकी पुष्टि की। मंगलवार को पाकिस्तान में काला दिवस मनाए जाने के दौरान हाफिज ने कहा कि एनकाउंटर से पहले उसकी फोन पर बुरहान से बात हुई थी।
गुजरावालां में सईद ने कहा कि बातचीत में बुरहान ने कहा कि मेरी जिंदगी की ख्वाहिश थी कि मैं आपसे बात करुं। अब जब ख्वाहिश पूरी हो गई है, तो केवल शहादत का मुल्तबिर हूं। इसके कुछ ही दिनों बाद जब बुरहान के मारे जाने की खबर आी तो यह अल्लाह ताला के यहां मसबूल शहादत है। सईद ने मंगलवार को पाकिस्तान में आतंकी कारवां भी निकाला।
तभी आतंकी सरगना ने कहा कि बुरहान ने उससे भारतीय सेना से निपटने और उसे हराने की तैयारियों पर चर्चा की थी। सईद द्वारा किए गए इस दावे के बाद भारतीय खुफिया एजेंसी ने बुरहान के कॉल रिकॉर्ड की छानबीन शुरु कर दी है। इस जांच में बीते माह में कई कॉल पाकिस्तान किए जाने की बात सामने आई, हो सकता है कि इसी में से कोई नंबर सईद का हो।
इससे पहले कहा जा रहा था कि सईद और सलाउद्दीन ने बुरहान की मौत के बाद पाक में कई शोकसभाएं की। खबर है कि पाकिस्तान ने ही हवाला के जरिए कश्मीर में आतंक फैलाने के लिए रुपए भेजे थे। बुरहान के मारे जाने के बाद से ही घाटी में हिंसा व्याप्त है। इस हिंसा में अब तक 39 लोगों के मारे जाने की खबर है। जब कि 1948 लोग घायल हुए है। मानसून सत्र में सदन में कश्मीर का ही मुद्दा छाया रहा।