अक्सर बालों की समस्यां से निपटने के लिए डॉक्टर्स हेयर ट्रांसप्लांट की भी सलाह देते है. कई बार लोग करवाना नहीं चाहते लेकिन बालों की बढ़ती समस्या के चलते उन्हें ये करवाना ही पड़ता है. लेकिन इस हेयर ट्रांसप्लांट को लेकर होने वाली सर्जरी के चलते लोगो का मन आगे पीछे होता रहता है.
लेकिन अब बाजार में एक और तकनीक आगई है जिसे नॉन सर्जिकल हेयर ट्रांसप्लांट के नाम से जाना जाता है. इस तकनीक में सिर की त्वचा के लिए एक पतली, हल्की और पारदर्शी झिल्ली तैयार की जाती है, जिसे व्यक्ति के बालों के साथ मिलाया जाता है और फिर इसे सिर की त्वचा के साथ जोड़ कर असली बालों के साथ बुना जाता है ताकि एक नैचुरल प्रभाव बन सके.
ऐसा करने से झिल्ली बालों के रंग, घनत्व व स्टाइल के साथ इस तरह मिक्स हो जाती है कि पता ही नहीं लगता कि किसी तरह की झिल्ली का प्रयोग किया गया है. इस तकनीक में बाल उलझने का डर नहीं रहता. बाल उलझे नहीं, इस के लिए इस में बालों के क्यूटिकल्स को निकाल दिया जाता है. इस ट्रीटमेंट से बालों में कंघी करना, शैंपू व उन्हें कोई स्टाइल देना आसान होता है.
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