देहरादून: हल्द्वानी हिंसा के फरार आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए नैनीताल पुलिस ने संदिग्ध मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक और उसके बेटे समेत छह दोषियों की संपत्ति कुर्क कर ली है। पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 83 (फरार व्यक्ति की संपत्ति की कुर्की) के तहत शुक्रवार को फरार आरोपियों की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई शुरू की।
नैनीताल पुलिस ने 14 और दंगाइयों को गिरफ्तार किया है और मामले में कुल गिरफ्तारियों की संख्या अब 58 हो गई है। इसके अलावा, पुलिस ने उनके कब्जे से एक बंदूक मैगजीन और पेट्रोल बम भी बरामद किया है। शनिवार को गिरफ्तार किए गए तीन उपद्रवियों के पोस्टर समेत कुल नौ लोगों के पोस्टर पुलिस ने शहर में लगाए थे। नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रह्लाद मीना ने कहा कि, “सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूतों के आधार पर, हमने हल्द्वानी हिंसा में उनकी भूमिका के लिए 14 और दंगाइयों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारियों की कुल संख्या अब 58 तक पहुंच गई है।”
नैनीताल की जिला मजिस्ट्रेट वंदना सिंह ने कहा कि, बनभूलपुरा में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। शहर के अधिकांश हिस्सों से कर्फ्यू हटा लिया गया है। 24 घंटे का कर्फ्यू उस भूमि की 100 मीटर की परिधि तक सीमित है जिसे 8 फरवरी को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया था। रात का कर्फ्यू केवल बनभूलपुरा पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में लगाया गया है। स्थिति जल्द ही सामान्य हो जाएगी। प्रभावित क्षेत्रों के लोग भी अपनी नौकरी पर वापस लौट जायेंगे।
आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए, नैनीताल प्रशासन ने रामनगर में गोला नदी में खनन के उद्देश्य से आरोपियों के नाम पर पंजीकृत वाहनों के लाइसेंस भी रद्द कर दिए हैं। प्रशासन खनन कार्य से जुड़े मजदूरों के बच्चों के लिए डे-केयर सेंटर खोलने की भी योजना बना रहा है। वंदना सिंह ने बताया कि, मुख्यमंत्री के निर्देश पर हमने गोला नदी में खनन कार्य करने वाले श्रमिकों के बच्चों के लिए बनभूलपुरा में अतिक्रमण से मुक्त कराई गई भूमि पर डे-केयर सेंटर खोलने का निर्णय लिया है। इस निर्णय का उद्देश्य बच्चों में रचनात्मकता विकसित करना, उन्हें आपराधिक गतिविधियों से बचाना है।
उत्तराखंड बीजेपी के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों में से एक का कांग्रेस से कनेक्शन होने की आशंका है। बीजेपी का आरोप है कि हलद्वानी हिंसा में अब तक गिरफ्तार 58 लोगों में से एक मौकीन सैफी यूथ कांग्रेस नेता हैं। उत्तराखंड के बीजेपी मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा, ''यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक युवा कांग्रेस नेता उन प्रमुख आरोपियों में शामिल है जो हलद्वानी हिंसा में शामिल थे। कांग्रेस को वोट बैंक की राजनीति को किनारे रखते हुए सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए।
प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष (संगठन) मथुरा दत्त जोशी ने आरोपों का खंडन किया। उन्होंने कहा कि, “हमारी युवा कांग्रेस इकाई ने आरोपी को बहुत पहले ही निष्कासित कर दिया था और हमारा उससे कोई संबंध नहीं है। भाजपा के आरोप निराधार हैं और यह हलद्वानी में हिंसा से निपटने में उनकी विफलता से ध्यान भटकाने का प्रयास है।
पीएम मोदी ने किया कल्कि धाम का शिलान्यास, बोले- संतों और जनता के आशीर्वाद से अच्छे काम करते रहेंगे..