इस्राइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने स्पष्ट रूप से आतंकवाद का समर्थन करने और जिसके लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने वालों को गाजा में घुसने की अनुमति नहीं देने का बयान भी जारी कर दिया गया है। उनके इस बयान के एक दिन के उपरांत हमास प्रमुख इस्माइल हनिये ने फलस्तीनी संगठन को शामिल किए बिना युद्ध के बाद गाजा के लिए बनाए गए योजनाओं को भ्रम कहा गया है।
इस्राइल से बातचीत के लिए तैयार है हमास: हमास प्रमुख इस्माइल हनिये ने इस बारें में बोला है कि 'गाजा या फलस्तीन में हमास के बिना कोई भी योजना बनाना गलतफहमी होगी।' उसने अपनी बात को जारी रखते हुए आगे कहा है कि वह युद्ध को समाप्त करने और गाजा और वेस्ट बैंक में फलस्तीनी घरों को बसाने पर बात करने के लिए तैयार है। हनिये ने कहा है कि हमास बातचीत के लिए तैयार है, क्योंकि यह (बातचीत) ऐसे राजनीतिक रास्ते पर ले जा सकती है, जहां फलस्तीनी लोगों को स्वतंत्र राज्य और यरूशलम को अपनी राजधानी बनाने का अधिकार भी मिल जाएगा।
खबरों का कहना है कि हमास के विरुद्ध इस्राइल की तरफ से जारी जंग में इस्राइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने स्पष्ट रूप से कह दिया कि अंतरराष्ट्रीय समर्थन मिले या नहीं वे हमास के विरुद्ध युद्ध जारी रखने के लिए संकल्पित हैं। इतना ही नहीं 7 अक्टूबर को हमास के आतंकियों ने इस्राइल पर हवाई अटैक किए थे, जिसमें 1200 इस्राइली नागरिकों की जान चली गई थी। इस हवाई हमले का इस्राइली सुरक्षा बलों ने पलटवार भी कर दिया था। उन्होंने गाजा पर हमला करते हुए इसे मलवे में तबदील किया। इस अटैक में गाजा के स्कूलों और अस्पतालों को भारी नुकसान पहुंचा है। इस्राइल-हमास के इस युद्ध में अबतक सैनिकों समेत करीबन 20 हजार लोगों की जान चली गई। मृतकों में अधिकांश बच्चे और महिलाएं शामिल हैं।
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